Monday 10 April 2017

10 रुपये का सिक्का जेल करवा सकता है, देखिए काम की खबर वरना पछताएंगे


10 रुपये के सिक्के के चक्कर में आपको जेल जाना पड़ सकता है। इसलिए जरूरी देख लीजिए ये बड़े काम की खबर, वरना पछताना पड़ेगा।

पिछले काफी समय से 10 रुपये का सिक्का लेने से दुकानदार मना कर रहे हैं। इस बात को लेकर आए दिन लोगों और दुकानदारों में नोकझोंक होती रहती है।

ऐसा ही कुछ सड़कों पर देखने को मिलता है, जब ऑटो वाले ने 10 का सिक्का लेने से यह कहते हुए मना कर दिया कि यह तो नकली होता है। बेहतर होगा कि आप नोट दे दें, वरना मेरा नुकसान हो जाएगा।

पिछले साल दिल्ली, हरियाणा और बिहार में नकली सिक्कों की चार फैक्ट्रियां पकड़ी गईं। खुलासा हुआ कि बड़े पैमानों पर सिक्कों का गोरखधंधा हो रहा है।

फिर नकली सिक्कों की वजह से लोगों ने 10 के सिक्कों का लेन-देन बंद कर दिया। बाजार में छोटे दुकानदार और रेहड़ी वाले दस रुपये के सिक्के लेने से इंकार कर रहे हैं। सबसे अधिक समस्या सब्जी मंडी में और ऑटो का इस्तेमाल करने वाले लोगों के साथ आ रही है।

इस मामले में बात करने पर चंडीगढ़ के एक बैंक अधिकारी ने बताया कि शहर में ही नहीं, देश भर में 10 रुपए के अलग-अलग तरह के सिक्कों को लेकर लोगों में असमंजस की स्थिति है।

इस पर हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक ने स्पष्ट करते हुए कहा कि बाजार में चल रहा कोई भी सिक्का अमान्य नहीं है और सभी सिक्के चलन में हैं। ये समय-समय पर जारी किए गए अलग-अलग डिजाइनों के सिक्के हैं।

आरबीआई के मुताबिक, 10 रुपये का सिक्का भारतीय मुद्रा है। इसको लेने से इनकार करने पर राजद्रोह का मामला बनता है और जो ऐसा करता है उसके खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 124 (1) के तहत मामला दर्ज हो सकता है क्योंकि मुद्रा पर भारत सरकार वचन देती है। इसको लेने से इनकार करना राजद्रोह है। आरबीआई ने सभी बैंकों सहित व्यापारिक संगठनों को भी इस बारे में सख्त दिशा निर्देश जारी किए हैं।

बैंक अधिकारी ने बताया कि शेरावाली की फोटो वाला सिक्का, संसद की तस्वीर वाला सिक्का, बीच में संख्या में ‘10’ लिखा हुआ सिक्का, होमी भाभा की तस्वीर वाला सिक्का, महात्मा गांधी की तस्वीर वाला सिक्का सहित अन्य सभी सिक्के मान्य हैं। इन सिक्कों को विभिन्न विशेष मौकों पर जारी किया गया है। वहीं आरबीआई ने 10 का सिक्का 26 मार्च 2009 को जारी किया गया था।

बैंक अधिकारी ने बताया कि आरबीआई के 75 वर्ष पूरे होने पर, संसद के 60 साल पूरे होने पर, माता वैष्णो देवी मंदिर बोर्ड की रजत जयंती पर, महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका से वापस आने की शताब्दी पर, डॉ बीआर अंबेडकर के 125वीं जयंती पर, स्वामी चिन्मयानंद की जन्म शताब्दी के मौके पर सिक्के जारी किए थे, इसलिए सभी वैध सिक्के हैं।

बैंक अधिकारी ने कुछ अन्य जानकारियां भी दीं। उन्होंने बताया कि 10 का सिक्का लेने से इंकार करने वाले लोगों को जेल तक हो सकती है। एफआईआर दर्ज होने पर पुलिस ऐसे लोगों के खिलाफ चालान करके न्यायालय से सजा दिला सकती है। भारतीय रिजर्व बैंक ने दस रुपये का सिक्का चलन से बाहर नहीं किया है। ऐसे में असली सिक्का लेने से मना करना कानूनन गलत है और भारतीय मुद्रा का अपमान है।

बैंक अधिकारी ने बताया कि नोट या सिक्के का जाली मुद्रण करने पर, जाली नोट या सिक्के चलाने पर और सही सिक्कों को लेने से मना करने पर भारतीय दंड संहिता की धारा 489ए से 489इ के तहत अपराध है। इन धाराओं के तहत किसी विधिक न्यायालय द्वारा आर्थिक दंड, कारावास अथवा दोनों की सजा दी जा सकती है। 17 साल की सजा या 20000 रुपये का जुर्माना या फिर दोनों सजा दी जा सकती है।

बैंक अधिकारी ने बताया कि अगर आप के भी शहर या कस्बे में भी ऐसा हो रहा हो तो उसका वीडियो या ऑडियो बना कर इलाके के डीएम ऑफिस या थाने में बताएं। असली दस रुपए का सिक्का डबल डाई से तैयार किया जाता है। नकली सिक्के में भी डबल डाई का प्रयोग किया गया है, लेकिन ध्यान से देखने पर इन्हें पहचाना जा सकता है। असली सिक्कों में पीले भाग का रंग हलका हैं, जबकि नकली में पीला भाग ब्राइट है।

असली सिक्के में 10 का अंक दो धातुओं के बीच में है और 10 पट्टी बनी हैं। नकली में 10 का अंक सिल्वर धातु के बीच में है और 15 पट्टी हैं। असली सिक्के में भारत और इंडिया अलग-अलग लिखा है। नकली सिक्के में भारत और इंडिया एक साथ है। असली सिक्का शार्प है, जबकि नकली सिक्का थोड़ा खुरदरा है और साइज में भी फर्क है। नकली सिक्के छोटे हैं और इनका वजन भी कम है। नकली सिक्के का पीला भाग जोर देने पर निकल सकता है, जबकि असली में ऐसा नहीं है।

Friday 7 April 2017

रजत शर्मा ने केजरीवाल की लगा दी क्लास, मुंह छुपाना पड़ा केजरी को !



प्रसिद्ध पत्रकार रजत शर्मा, जो अपने फेमस शो आप की अदालत में मशहूर हस्तियां को बुलाकर उनसे तीखे-सवाल जवाब करने के लिए मशहूर हैं, उन्होंने हाल ही में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की आलोचना की है।

रजत शर्मा IIT कानपुर के छात्रों को संबोधित करने पहुंचे थे, उन्होंने छात्रों से इंटरैक्शन किया और उन्हें प्रेरित किया।

उन्होंने कहा कि वे उन तकनीशियनों और इंजीनियरों के आभारी हैं जिन्होंने IIT में पढ़ाई की है और जो लोग यहां से पढ़कर अपने काम के जरिए देश की सेवा कर रहे हैं।

रजत शर्मा ने एक ओर तो IIT के छात्रों को प्रोत्साहित किया और उनकी प्रशंसा की तो वहीं दूसरी ओर उन्होंने केजरीवाल के जमकर मजे भी लिये। रजत शर्मा ने कहा IIT में कुछ अपवाद भी रहे हैं! अरविंद केजरीवाल जैसे अपवाद, जिन्होंने IIT की विश्वसनीयता पर सवाल उठाया है।

उन्होंने कहा कि मुझे याद है कि कैसे मैने अरविंद केजरीवाल को जब आप की अदालत में आमंत्रित किया गया था, तो केजरीवाल मुझसे नाराज हो गए थे।

लेकिन इस बार रजत शर्मा ने न केवल केजरीवाल पर कुछ कठोर टिप्पणियां कीं, बल्कि उन्हें IIT का ‘मैन्युफैक्चरिंग डिफेक्ट’ भी कहा। रजत शर्मा की बात सुनकर संगोष्ठी में उपस्थित IIT के छात्रों ने ताली और सीटी बजाकर उनकी सराहना की।

आपने कभी भी रजत शर्मा को इस तरह के तीखे शब्दों का प्रयोग करते हुए नहीं देखा होगा। लेकिन जैसे दिल्ली और देश का हर वो नागरिक जो केजरीवाल की आदतों और हरकतों से परेशान हो गया है

शायद वैसे ही रजत शर्मा भी केजरीवाल से परेशान हो गए हैं। रजत शर्मा को हमने उनके आप की अदालत शो में कभी भी ऐसी बात करते नहीं देखा, लेकिन यहां पर उन्होंने जो भी कहा वो पूरी तरह से उनके स्वभाव के विपरीत था।

Thursday 6 April 2017

तो ये है अक्षय और ट्विंकल के बीच लड़ाई की बड़ी वजह !


अक्षय कुमार के बारे में सभी जानते हैं कि वह जितने अच्छे एक्टर हैं उतने ही अच्छे पति और पापा भी हैं।

लेकिन क्या आप जानते हैं कि अपनी पत्नी ट्विंकल को बेशुमार प्यार करने वाले अक्षय को ट्विंकल की एक आदत कतई रास नहीं आती।

वही आदत है जिसके कारण अक्सर उनके घर में कलेश होता रहता है और वह है ट्विंकल का बड़बोलापन जो अक्की को कतई पसंद नहीं है। ट्विंकल का बड़बोलापन जिससे अक्की परेशां है।

खुद एक इंटरव्यू में ट्विंकल ने कहा कि अक्षय बहुत ही शांत और सोच समझकर बोलने वाले इंसान हैं।

वह गुस्से में भी आपा नहीं खोते और बहुत सोझ समझकर बात करते हैं जबकि मैं उनका उल्टा करती हूं जिस पर अक्षय नाराज हो जाते हैं।

उन्होंने बताया कि जब भी वह किसी के बारे में कोई बयान देती हैं तो अक्षय उनसे गुस्सा हो जाते हैं और उसके बाद उन दोनों की खूब बहस होती है।

अक्की हमेशा उन्हें समझाने की कोशिश करते हैं किसी के बारे में बोलकर कुछ नहीं होगा। वह कभी भी विवादों में नहीं पड़ते और कोशिश करते हैं कि उनका परिवार भी विवादों से दूर रहे, लेकिन मैं तो अपनी आदत से मजबूर हूं।

ट्विंकल ने बताया कि जब भी कोई मुझसे कुछ पूछता है तो मैं उससे वही बोलती हूं जो मेरे दिल में होता है फिर चाहे उसके लिए लड़ाई हो या फिर वार। मैं साफ-साफ बोलना पसंद करती हूं और मेरी तरह मेरी बेटी भी साफ-साफ अपने मन की बात करती है।

जबकि मेरा बेटा आरव हूबहू अपने पापा की कॉपी है। वह भी उनकी तरह शांत और सोझ समझकर बात करने वाला है। वह अक्सर मुझे समझाता है कि मैं बोलने से पहले सोचूं और फिर बोला करूं, लेकिन मुझे ऐसा नहीं लगता।

मुझे लगता है कि अपने मन की बात करने से मन हल्का हो जाता है। कभी-कभार तो हमारा घर दो गुट में बंट जाता है जिसमें एक तरफ मैं और नितारा होते हैं और दूसरी तरफ अक्षय और आरव।

Wednesday 5 April 2017

कपिल के शो में पैसे के लिए नहीं, बल्कि किसी और वजह से लौट रहे हैं सुनील ग्रोवर


सुनील ग्रोवर के 'द कपिल शर्मा शो' पर लौटने से उनके फैंस काफी खुश हैं। पिछले कई एपिसोड्स से दर्शकों को उनकी कमी खल रही थी लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।

वो जल्द ही शो की शूटिंग शुरू करेंगे लेकिन शो में लौटने से पहले सुनील ने एक बात साफ कर दी है।

उन्होंने ट्विटर पर लिखते हुए कहा कि वो ऐसा पैसों के लिए नहीं कर रहे हैं।

दरअसल सुनने में आया था कि शो में लौटने के लिए उन्होंने अपनी फीस डबल कर दी है। इन खबरों को लेकर सुनील ने अपनी सफाई रखी है।

सुनील ने लिखा, 'मेरा इरादा इज्जत के साथ लोगों का मनोरंजन करने का है। मेरे लिए पैसा कभी भी कुछ करने या ना करने का कारण नहीं रहा है।'

My intentions are to act and to entertain with dignity. For me, money can't be the only reason to do something, or not to do something.
🙏 — Sunil Grover (@WhoSunilGrover)

इस ट्वीट से साफ हो गया है कि सुनील पैसों के लिए कपिल का शो ज्वाइन नहीं कर रहे हैं। वैसे सुनील की शो में वापसी का एक बड़ा कारण शो का कॉन्ट्रैक्ट भी है।

सुनील ने चैनल के साथ कॉन्ट्रैक्ट साइन कर रखा है जो 23 अप्रैल को खत्म होगा। इसलिए सुनील चाहें भी तो शो नहीं छोड़ सकते।

Tuesday 4 April 2017

रिलायंस जियो के इस धमाके से उड़े DTH कंपनियों के होश


नई दिल्ली (3 अप्रैल): जियो सिम बाजार में लाने के बाद रिलायंस ने देश की सभी टेलिकॉम कंपनियों के होश उड़ा दिए है।

एक बार फिर रिलायंस ऐसा ही कुछ धमाका करने जा रहा है और इस बार देश की डीटीएच सर्विस मुहैया कराने वाली कं‍पनियां परेशान है।

रिलायंस जल्द ही डायरेक्‍ट टु होम (DTH) सर्विस लेकर आ रही है। रिलायंस जियो के डीटीएच सेट टॉप बॉक्‍स की कुछ तस्वीरें ऑनलाइन लीक हुई हैं।

यह पहली बार है जब जियो सेट टॉप बॉक्स की तस्वीरें ऑनलाइन लीक हुई हैं। इससे पहले खबर आई थी कि रिलायंस एक ऐसा सेट टॉप बॉक्स लाने की तैयारी में हैं जिससे किसी भी टीवी को स्मार्ट टीवी में बदलना संभव होगा।

फ्री में 3-6 महीने मिल सकती है DTH सर्विस

फिलहाल जियो सेट टॉप बॉक्स की उपलब्धता को लेकर कोई जानकारी उपलब्ध नहीं है। माना जा रहा है कि कंपनी आने वाले कुछ महीनों में जियो सेट टॉप बॉक्स लॉन्‍च कर सकती है।

उम्मीद की जा रही है कि कंपनी सेट टॉप बॉक्स को पेश कर 3-6 महीने की सर्विस और इंस्टॉलेशन मुफ्त में उपलब्ध करा सकती है। इसमें UHD (4K) सपोर्ट और इंटरनेट कनेक्शन जैसे फीचर दिए जाने की उम्मीद है।

Monday 3 April 2017

1 रुपए में मिलेगा xioami का ये स्मार्टफोन, आज से ही कर लें तैयारी



xioami के चाहने वालों के लिए अच्छी खबर है। कंपनी 6 अप्रैल से mi fan festival आयोजित करने जा रही है।

इस फेस्टिवल में श्याओमी का Redmi note 4 स्मार्टफोन 1 रुपए में मिलेगा। दरअसल इस फेस्टिवल में 1 रुपए की फ्लैश सेल होगी।

जिसमें 1 रुपए में श्याओमी के प्रोडक्ट्स बेचे जाएंगे। यह सेल ऐप यूजर्स के लिए ही होगी। यह सुबह 10 बजे और दोपहर 2 बजे होगी। ये भी मिलेगा फेस्टिवल में...

इस फेस्टिवल में Mi Band, 10000mAh का Mi Power भी 1 रुपए में उपलब्ध होगा। यहां श्याओमी का हाल ही लॉन्च हुआ स्मार्टफोन Redmi 4A भी मिलेगा। अगर आप इस फेस्टिवल में भाग लेना चाहते हैं तो आपको श्याओमी की ऐप डाउनलोड कर रजिस्ट्रेशन कराना होगा।

ये भी है ऑफर
mi Fan Festival में mi एयर प्यूरिफायर 2 पर 500 रुपए की छूट, mi वीआर प्ले पर 100 रुपए की छूट, 20,000 एमएएच पावर बैंक पर 200 रुपए की छूट और mi हेडफोन प्रो पर 300 रुपए की छूट मिलेगी। इसके साथ ही अन्य डिस्काउंट ऑफर्स भी मिलेंगे। mi Fan Festival की अधिक जानकारी mi ऐप और mi.com से प्राप्त कर सकते हैं।

अभी लें इन ऑफर्स का लाभ
इसके अलावा 3 अप्रैल से 5 अप्रैल तक रोज सुबह 10 बजे से 50 रुपए से 500 रुपए तक के डिस्काउंट कूपन भी कंपनी दे रही है। वहीं यदि आप एसबीआई डेबिट कार्ड से 5,000 रुपए की शॉपिंग करते हैं तो आपको 5 प्रतिशत की छूट भी मिलेगी।

बनाया ये रिकॉर्ड
बता दें कि note 4 के अब तक भारत में 10 लाख मोबाइल बिक चुके हैं। वहीं Redmi 4A को मार्च लास्ट में ही लॉन्च किया गया है जिसे शानदार रिस्पांस मिल रहा है।

योगी आदित्यनाथ ने खोला वो राज जिसे जानने के लिए हर कोई बेताब है !


उत्तर प्रदेश ही नहीं पूरे देश में लोगों की जिज्ञासा इस बात को जानने में है कि आखिर गोरक्षपीठ के महंत योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री कैसे बने.

इधर उधर के तमाम कयासों के बीच स्वयं योगी आदित्यनाथ ने खुलासा किया है कि उनकी मुख्यमंत्री बनने की कोई योजना नहीं थी.

वे तो अमेरिका जाने वाले थे. लेकिन अचानक एक फोन काल ने उनका विदेश जाने का पूरा कार्यक्रम ही नहीं बल्कि राजनीति जीवन की दिशा भी बदल दी.

दरअसल, बतौर योगी वे चुनाव खत्म होने के बाद थके हुए थे. इस बीच उनको पता चला कि सांसदों का एक प्रतिनिधिमंडल अमेरिका जाने वाला है. तो वे भी इसमें अपना नाम लिखाने के लिए दिल्ली चले गए और नाम लिखाकर वापस लौट आए.

लेकिन जैसे ही वो वापस गोरखपुर लौटे इसी बीच भाजपा अध्यक्ष अमित शाह का फोन उनके पास आया और उन्होंने योगी से पूछा कि आप कहां हो. मैंने कहा कि अभी मैं दिल्ली से लौटा हूं.

तो उन्होंने कहा कि आपको यूपी जाना है. मैंने कहा मैं यूपी में ही हूं तो इस पर अमित शाह ने योगी सेे कहा कि आपको यूपी संभालना है. यानी आपको उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री की जिम्मेंदारी दी जाती है.

योगी ने आगे बताया कि उन्हें जब दिल्ली बुला लिया गया तो जब वे दिल्ली पहुंचे उनके पास सिर्फ एक जोड़ी कपड़े थे।

अर्थात इस पूरे वाक्य से एक बात तो साफ हो गई कि योगी के नाम पर मुहर दिल्ली से लगी और योगी को यूपी की इतनी बड़ी जिम्मेदारी सौंपने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की महत्वपूर्ण भूमिका थी.

एक सामान्य छात्र से गोरक्षपीठ के महंत के उत्तराधिकारी बनने के साथ सांसद और फिर गोरक्षपीठ के महंत तथा अब योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री बनने की यात्रा करीब ढाई दशक लंबी है.

इस यात्रा में योगी आदित्यनाथ मुख्यमंत्री ने कई उतार-चढ़ाव देखे. उन तमाम अनुभवों को मुख्यमंत्री बनने के बाद उन्होंने खुद ही साझा किया. पहले योग शिविर और फिर पांच कालिदास मार्ग स्थित अपने सरकारी आवास में कार्यकर्ताओं को सम्मानित करते हुए योगी ने अपने जीवन से जुड़े कई राज बताए।

इसके जरिए योगी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को जमीन से जुड़े होने का संदेश भी दिया.

सरकार और संगठन के बीच समन्वय की मंशा से योगी ने जब कहानी सुनाई तब एक सामान्य व्यक्ति के सत्ता के शीर्ष तक पहुंचने का भाव पूरी तरह झलक रहा था.

ऐसा करके वह कार्यकर्ताओं को उनकी अहमियत बता रहे थे. वह यही कहना चाह रहे थे कि कार्यकर्ता खुद को कम नहीं आंके. यदि वो मेहनत करेगा तो उसका उस तपस्या का फल जरूर मिलेगा.

जाने क्या है मुलायम की बहू का दर्द


लखनऊ.मुलायम सिंह यादव की छोटी बहू अपर्णा यादव ने यूपी इलेक्शन में हार का जिम्मेदार अपने करीबियों को बताया है।

उन्होंने कहा, "हार ईवीएम में गड़बड़ी की वजह से नहीं, बल्कि करीबियों की वजह से हुई है। अगर ईवीएम में गड़बड़ी के चलते ऐसा हुआ है तो चुनाव रद्द होने चाहिए।"

बता दें, अपर्णा लखनऊ की कैंट से कैंडिडेट थीं। उन्हें बीजेपी की रीता बहुगुणा जोशी ने हराया था। मेरी कश्ती वहां डूब गई जहां साहिल करीब था...

- अपर्णा यादव रविवार को लखनऊ के कैंट में एक धन्यवाद समारोह में पहुंची थीं। उन्होंने कहा- ''अपनों से जब चोट लगती है तो घाव बहुत ही गंभीर होता है।

मुझे अपनों से बहुत चोट मिली है।'' - अपर्णा के मुताबिक, ''हार कभी-कभी आपको बहुत कुछ सिखा जाती है। इस हार से मुझे भी वह चश्मा मिल गया, जिससे मैं अपने और पराए की पहचान कर सकती हूं।''

- साथ ही शायराना अंदाज में अपर्णा ने कहा, ''मेरी कश्ती वहां आकर डूब गई, जहां साहिल करीब था।''
'हार और जीत जीवन का क्रम'

- अपर्णा ने कहा, ''आप लोग एक बार महाभारत उठा कर देखिए। भगवान श्रीकृष्ण अर्जुन के सारथी थे, वे संपूर्ण त्रिलोक के स्वामी थे। वह जब अर्जुन के सारथी बनकर साथ दे सकते थे तो कैंट के बड़े नेता भी श्रीकृष्ण बनकर मेरा साथ दे सकते थे।''

- ''शायद मेरी किस्मत में लोहिया जी जैसे उन बड़े नामों से जुड़ना लिखा है, जो पहली बार हारने के बाद देश के बड़े नेता बनकर उभरे और उनका नाम इतिहास के पन्नों में स्वर्णिम अक्षरों में लिखा गया। हार और जीत जीवन का क्रम है और हार से सीखकर हमें आगे बढ़ने की जरूरत है।''

अपर्णा के लिए मुलायम-अखिलेश ने किया था प्रचार
- अपर्णा यादव सपा के टिकट पर लखनऊ कैंट से चुनाव मैदान में थीं।

- उनके लिए मुलायम सिंह और अखिलेश यादव ने भी प्रचार किया था। डिंपल यादव भी कैम्पेन करने पहुंची थीं। इन सबके बावजूद भी वह अपनी सीट नहीं बचा सकीं और बीजेपी कैंडिडेट रीता बहुगुणा से करीब 34 हजार वोटों से हार गईं।

Sunday 2 April 2017

जानिए क्यों करीना ने कर दिया है अपने नन्हें से बेटे तैमूर को खुद से अलग !


ये तो हर कोई जानता है कि बॉलीवुड की बेबो यानि करीना कपूर खान ने पिछले साल 20 दिसंबर के दिन बेटे तैमूर को जन्म दिया. लेकिन क्या बेटे को जन्म देने से ही करीना की जिम्मेदारी पूरी हो जाती है.

क्योंकि नन्हें तैमूर को जन्म देने के महज कुछ दिन बाद से ही करीना अपने बेटे को घर पर छोड़कर पार्टीज और आउटिंग करती नजर आने लगी थीं.

खैर पहले पार्टीज और आउटिंग के बाद रात में तैमूर को अपनी मां करीना का चेहरा तो दिख ही जाता था लेकिन अब खबर है कि करीना बेटे तैमुर से दूर रहती है – करीना ने अपने बेटे तैमूर को खुद से अलग कर रखा है.

आखिर करीना बेटे तैमुर से दूर रहती है मगर क्यों? एक मां अपने छोटे से बच्चे को खुद से अलग कैसे रख सकती है.

दरअसल करीना बेटे तैमुर से दूर रहती है उसके पीछे एक बड़ी वजह है जो हम आपको बताने जा रहे हैं.

करीना बेटे तैमुर से दूर रहती है –
सैफ के साथ शूट के लिए लंदन गई थीं करीना

आपको बता दें कि करीना कपूर खान अपने पति सैफ अली खान के साथ उनकी फिल्म ‘शेफ’ की शूटिंग के सिलसिले में लंदन गई थीं. जैसे ही शूटिंग खत्म करके वो दोनों लंदन से वापस लौटे तो उन्हें एयरपोर्ट पर स्पॉट किया गया.

जब दोनों एक साथ स्पॉट हुए तो एयरपोर्ट पर मौजूद सभी लोगों का ध्यान इस बात की ओर गया कि सैफ और करीना के साथ आखिर उनका तीन महीने का बेटा तैमूर क्यों नहीं है.

नन्हें तैमूर को साथ ना देखकर लोगों के मन सवाल उठना लाजमी है क्योंकि तैमूर अभी बहुत छोटा है और उसे सबसे ज्यादा जरूरत उसकी मां की ही है. लेकिन करीना हैं कि उन्हें इस बात की शायद कोई परवाह ही नहीं है.

डीज़ल, पेट्रोल के दामों के बाद अब लोगों की सुविधा के लिए पीएम मोदी ने दिया एक और बड़ा तोहफा !


मोदी सरकार पर आरोप लगाने वालों को अब मोदी सरकार अपने कामों से ज़वाब देने लगी है. अब धीरे-धीरे दबी आवाज़ में ही सही विरोधी भी मोदी सरकार के कामों को सराहने लगे हैं.

1 अप्रैल 2017 से नये वित्तीय वर्ष की शुरुआत हो गयी है. इसी के साथ आपकी ज़िंदगी की रोजमर्रा से जुड़ी कई चीजें बदल गयी हैं. इस नये वित्तीय वर्ष में कई चीजें सस्ती होने जा रही हैं.

नए बजट के तहत अब आपको नहीं देना पड़ेगा सर्विस टैक्स

आप से जुड़ी सबसे अहम खबर ये है कि सरकार द्वारा इस साल बजट में IRCTC की वेबसाइट से टिकट बुक करने पर सर्विस चार्ज हटा देने की बात की गई थी. ये प्रावधान अब लागू हो गया है. आज से आपको सर्विस चार्ज नहीं देना पड़ेगा.

पहले एयर कंडीशन की टिकट बुक कराने पर 40 रुपये सर्विस चार्ज पड़ता था और स्लीपर क्लास की टिकट के लिए 20 रुपये सर्विस चार्ज चुकाना पड़ता था लेकिन अब लोगों को इससे मुक्ति मिल जाएगी.

आज से ही रेलवे में विकल्प स्कीम की शुरुआत होने जा रही है. इस स्कीम के तहत अगर आपने किसी भी ट्रेन में टिकट बुक करवाई है और आपका टिकट वेटिंग है तो उसी रूट की दूसरी ट्रेन में रेलवे द्वारा आपको कन्फर्म टिकट दी जाएगी.

इस स्कीम के तहत साधारण एक्सप्रेस ट्रेन में टिकट कराने वाले यात्रियों को भी सुपरफास्ट, राजधानी और शताब्दी जैसी ट्रेनों में सफर करने का मौका मिलेगा.

खास बात ये है कि मूल ट्रेन से विकल्प ट्रेन का किराया अधिक होने पर भी रेलवे आपसे ये चार्ज वसूल नहीं करेगी.

हालांकि यह सुविधा उन्हीं यात्रियों को मिलेगा जो ऑनलाइन टिकट बुक कराएंगे और बुकिंग के वक्त दूसरी रेलगाडियों से जाने का ऑप्शन चुनेंगे. देश के वरिष्ठ नागरिकों को रेलवे में रियायत पाने के लिए आधार नंबर देना अनिवार्य नहीं होगा.

2017-18 के बजट में वित्त मंत्री अरूण जेटली ने जिन टैक्सों को नए वित्त वर्ष से लागू करने की घोषणा की थी, वह 1 अप्रैल से लागू हो जाएंगे. 31 मार्च यानी शुक्रवार को मौजूदा वित्तीय वर्ष खत्म हो जाएगा और नया वित्तीय वर्ष 1 अप्रैल से शुरू हो जाएगा

नए वित्तीय वर्ष में प्रवेश करते ही लोगों की जिंदगी में भी परिवर्तन आएगा क्योंकि रोजमर्रा की चींजों के दामों में बदलाव हो जाएगा. ऐसे में आप ज़रूर जानना चाहेंगे कि वो कौनसी चीजें हैं जो सस्ती हो जाएंगी

एक अप्रैल 2017 से ये वो चीजें हैं जो सस्ती हो जाएंगी.
1. 1 अप्रैल से रेल टिकट बुकिंग सस्ती हो जाएगी, क्योंकि टिकट पर लगने वाला सर्विस चार्ज कम कर दिया गया है.
2. इस वित्तीय वर्ष के शुरू होते ही लेदर का सामान भी सस्ता हो जाएगा.

3. अगर आप एक अप्रैल के बाद घर खरीदने की सोच रहे हैं तो आपको इसका लाभ होगा. सरकार ने सस्ते मकान उपलब्ध कराने के इरादे से होम लोन पर लगने वाले ब्याज पर छूट का ऐलान किया था.

4. अगर आप खराब पानी की समस्या से पीडि़त हैं तो आपके लिए अच्छी खबर है, अब आरओ के दाम पहले से कम हो जाएंगे.
5. इस वित्तीय वर्ष में बायोगैस के दाम भी कम होंगे.

6. इस वित्तीय वर्ष में डाक की सुविधा पहले से सस्ती होने वाली है.

Saturday 1 April 2017

30 जून तक FREE में ऐसे उठाएं Jio प्राइम की सुविधा


नई दिल्ली (31 मार्च): रिलायंस जियो के ग्राहकों के लिए अच्छी खबर है। अगर आप अबतक जियो का प्राइम मेंबर नहीं बने हैं तो मायूस होने की कोई बात नहीं है।

रिलायंस ने अपने ग्राहकों के लिए प्राइम मेंबर बनने की तारीख को 31 मार्च से बढ़ाकर 15 अप्रैल तक कर दिया है।

इससे पहल 31 मार्च कंपनी के प्राइम मेंबरशिप रजिस्ट्रेशन की आखिरी तारीख थी।

इतना ही नहीं रिलायंस जियो प्राइम मेंबर पर टैरिफ प्लान जुलाई से लागू होगें। हालांकि यूजर्स को जियो की इस स्कीम का फायदा उठाने के लिए कंपनी की ओर से निर्धारित टैरिफ प्लान को रिचार्ज कराना होगा।

यानी 15 अप्रैल तक जियो प्राइम रजिस्ट्रेशन के साथ 303 रुपये का रिचार्ज कराने पर टैरिफ अब जुलाई के लिए कैरी फारवर्ड हो जाएगा। यानी अब आप 30 जून तक जियो का फ्री में सुबिधा उठा सकते हैं।