एग्जाम में ड्यूटी का फोटो डालकर जीआईसी प्रतापनगर के एक शिक्षक जगमोहन कैंतुरा विवादों में आ गए।
इस तस्वीर में गुरुजी के पीछे बैठे छात्र-छात्राएं किताब से देखकर परीक्षा देते हुए नजर आ रहे थे। जब उन्हें इसकी भनक लगी तो उन्होंने तुरंत अपने फेसबुक वॉल से फोटो हटा ली।
बाद में उन्होंने अपने फेसबुक अकाउंट पर पोस्ट किया कि वह पुरानी तस्वीर केवल अप्रैल फूल बनाने के लिए पोस्ट की गई थी। मामले में उनसे बात की गई तो वे गोलमोल जवाब देते रहे।
मामला है जीआईसी प्रतापनगर में इतिहास के शिक्षक जगमोहन कैंतुरा का। जगमोहन ने अपनी फेसबुक पर एक तस्वीर पोस्ट की। इसमें उन्होंने लिखा, ‘बोर्ड परीक्षा में ब्यूटी करते हुए’।
ड्यूटी के बजाए ब्यूटी लिखने वाले शिक्षक को भी नहीं पता होगा कि यह तस्वीर मुसीबत बन जाएगी। दरअसल, इस तस्वीर को जूम करके देखो तो साफ नजर आ रहा है कि पीछे परीक्षा दे रहे छात्र खुलकर किताबों से नकल कर रहे हैं।
जब हमारे संवाददाता ने उनसे फोन पर बात की तो वह पहले तो खामोश हो गए। बाद में उन्होंने कहा कि बोर्ड परीक्षा नहीं यह तो गृह परीक्षा की फोटो थी। जब उनसे पूछा गया कि क्या गृह परीक्षा में किताब से नकल करने का प्रावधान है तो बोले कि वह ड्राइंग का पेपर था।
लेकिन फोटो को जूम करने पर साफ पता चल रहा है कि वह ड्राइंग का पेपर नहीं था। शिक्षक के कुछ शुभचिंतकों ने जब उनका ध्यान इस तस्वीर के पीछे की ओर खींचा तो उन्होंने यह फोटो की पोस्ट डिलीट कर दी। बाद में अपने बचाव में उन्होंने पोस्ट किया कि वह केवल अप्रैल फूल बना रहे थे। शिक्षक की इस तस्वीर ने शिक्षा व्यवस्था पर एक बार फिर सवाल उठा दिए हैं।
No comments:
Post a Comment