लंदन। एक अक्टूबर 2017 से अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट मैचों का अंदाज बदल जाएगा। एक अक्टूबर से क्रिकेट के कई नियम बदल जाएंगे। नए नियमों के तहत अब बैट का साइज लिमिट में होगा और रनआउट करने के नियम में भी बदलाव होगा। ये सारे बदलाव क्रिकेट के नियम बनाने वाली संस्था मेरिलबोन क्रिकेट क्लब (एमसीसी) ने किए हैं।
बता दें कि एमसीसी ने रनआउट नियम में एक बड़ा बदलाव किया है, जो कि बैट्समैन के फेवर में है। नए नियम के मुताबिक, अगर क्रीज में पहुंचने के बाद बेल्स गिरते वक्त अगर बैट्समैन का बैट या बॉडी का कोई हिस्सा हवा में रहता है तो भी उसे आउट नहीं माना जाएगा।
क्रिकेट के नियमों में बदलाव की ये सिफारिशें बीते साल दिसंबर में एमसीसी ने की थीं, इसके लिए मुंबई में एक मीटिंग हुई थी। एमसीसी की वर्ल्ड क्रिकेट कमेटी के चेयरमैन और इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइक ब्रेयरली की अगुआई में हुई इस मीटिंग में वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप कराने और चार दिनों का टेस्ट पर भी विचार किया गया था, लेकिन इस पर कोई फैसला नहीं हुआ।
अब अन्य खेलों की तरह क्रिकेट में भी अंपायर रेड कार्ड दिखा सकेगा। प्लेयर्स के खराब और ऑब्जेक्शनेबल व्यवहार में सुधार के लिए यह नियम लाया गया है। इसमें अंपायर खिलाड़ियों के चार लेवल के अपराध के आधार पर ही अपना फैसला करेंगे। क्रिकेट हिस्ट्री में पहली बार होगा जब प्लेयर को मैदान से बाहर भेजा जा सकेगा।
इन शर्तों पर अंपायर दिखा सकेगा रेड कार्ड
प्लेयर्स के बार-बार अनुशासनहीनता करने पर। अंपायर को धमकी या उसके साथ हाथापाई करने की स्थिति में। प्लेयर्स, ऑफिशियल्स या विजिटर्स के साथ हिंसा करने पर। खेल के दौरान मैदान पर किसी भी प्रकार का हिंसक व्यवहार करते पाए जाने पर।
आउट होने का एक तरीका हुआ कम
आउट होने के तरीकों की संख्या भी घटाकर 10 से 9 कर दी गई है। बॉल को हाथ से रोकने पर दिया जाने वाला 'हैंडल्ड दी बॉल' अब 'ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड' में गिना जाएगा।
बैट का साइज होगा लिमिट
बैट और बॉल के बीच बराबरी की टक्कर के लिए एमसीसी ने बैट के साइज की लिमिट भी तय कर दी है। अब बैट की चौड़ाई 108 मिमी, मोटाई 67 मिमी और कोनों की मोटाई 40 मिमी से ज्यादा नहीं हो सकेगी। क्रिकेटर्स अब बड़े बैट का यूज नहीं कर सकेंगे।
बॉलर क्रीज से पहले कर सकेगा रनआउट
बॉलर जब बॉल डालने की तैयारी में रहता है और वो रनअप ले रहा है, अगर उसी वक्त नॉन स्ट्राइकर एंड का बैट्समैन क्रीज से बाहर निकल गया तो बॉलर उसे बिना क्रीज तक पहुंचे रनआउट कर सकता है।
बता दें कि एमसीसी ने रनआउट नियम में एक बड़ा बदलाव किया है, जो कि बैट्समैन के फेवर में है। नए नियम के मुताबिक, अगर क्रीज में पहुंचने के बाद बेल्स गिरते वक्त अगर बैट्समैन का बैट या बॉडी का कोई हिस्सा हवा में रहता है तो भी उसे आउट नहीं माना जाएगा।
क्रिकेट के नियमों में बदलाव की ये सिफारिशें बीते साल दिसंबर में एमसीसी ने की थीं, इसके लिए मुंबई में एक मीटिंग हुई थी। एमसीसी की वर्ल्ड क्रिकेट कमेटी के चेयरमैन और इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइक ब्रेयरली की अगुआई में हुई इस मीटिंग में वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप कराने और चार दिनों का टेस्ट पर भी विचार किया गया था, लेकिन इस पर कोई फैसला नहीं हुआ।
अब अन्य खेलों की तरह क्रिकेट में भी अंपायर रेड कार्ड दिखा सकेगा। प्लेयर्स के खराब और ऑब्जेक्शनेबल व्यवहार में सुधार के लिए यह नियम लाया गया है। इसमें अंपायर खिलाड़ियों के चार लेवल के अपराध के आधार पर ही अपना फैसला करेंगे। क्रिकेट हिस्ट्री में पहली बार होगा जब प्लेयर को मैदान से बाहर भेजा जा सकेगा।
इन शर्तों पर अंपायर दिखा सकेगा रेड कार्ड
प्लेयर्स के बार-बार अनुशासनहीनता करने पर। अंपायर को धमकी या उसके साथ हाथापाई करने की स्थिति में। प्लेयर्स, ऑफिशियल्स या विजिटर्स के साथ हिंसा करने पर। खेल के दौरान मैदान पर किसी भी प्रकार का हिंसक व्यवहार करते पाए जाने पर।
आउट होने का एक तरीका हुआ कम
आउट होने के तरीकों की संख्या भी घटाकर 10 से 9 कर दी गई है। बॉल को हाथ से रोकने पर दिया जाने वाला 'हैंडल्ड दी बॉल' अब 'ऑब्स्ट्रक्टिंग द फील्ड' में गिना जाएगा।
बैट का साइज होगा लिमिट
बैट और बॉल के बीच बराबरी की टक्कर के लिए एमसीसी ने बैट के साइज की लिमिट भी तय कर दी है। अब बैट की चौड़ाई 108 मिमी, मोटाई 67 मिमी और कोनों की मोटाई 40 मिमी से ज्यादा नहीं हो सकेगी। क्रिकेटर्स अब बड़े बैट का यूज नहीं कर सकेंगे।
बॉलर क्रीज से पहले कर सकेगा रनआउट
बॉलर जब बॉल डालने की तैयारी में रहता है और वो रनअप ले रहा है, अगर उसी वक्त नॉन स्ट्राइकर एंड का बैट्समैन क्रीज से बाहर निकल गया तो बॉलर उसे बिना क्रीज तक पहुंचे रनआउट कर सकता है।
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