आप बैंक में चैक जमा करा रहे हैं तो सावधान। आपके चैक पर किसी जालसाज की नजर हो सकती है। शहर पुलिस ने एक ऐसे ही अन्तरराज्यीय गिरोह को पकडा है जो बैंक से चैक चोरी कर उसपर अपना नाम लिखते और रुपए खुद के खाते में डलवाते थे।
गिरफतार दो अभियुक्तों से पूछताछ में और नामों का भी खुलासा हो सकता है। अभियुक्त ने ठगी की रकम से एक लैट व लग्जरी कार खरीदी थी। उन्होंने जयपुर में ही नौ खाते खुलवा रखे थे। उनके कब्जे से कई नाम के आधार कार्ड, पेनकार्ड, वोटर आईडी व बैंकों की मुहर तथा जाली दस्तावेज मिले हैं।
डीसीपी कुंवर राष्ट्रदीप ने बताया कि वारदात करने से पहले आरोपित बैंक में फर्जी नाम से खाता खुलवाते थे। फिर उसी बैंक में चैक चोरी करने का प्रयास करते। आरोपित बैंकों से चोरी चैक पर लिखे हुए नाम को खुरच देते थे। इसके बाद कांटछाट छिपाने के लिए उस पर बैंक की फर्जी मुहर लगाते।
भुगतान के लिए उसी बैंक में चैक जमा करा देते थे। खाते में रुपए आते ही उसे अलग-अलग स्थान से एटीएम के माध्मय से निकाल लेते थे।
इस तरह खुला मामला
प्रताप नगर थाने में गत वर्ष दिनेश मीना ने मामला दर्ज कराया था। कु भा मार्ग स्थित बैंक शाखा में 5 लाख रुपए का चैक जमा कराया, जो चोरी हो गया। इसका भुगतान मीना देवी नाम के खाते में चला गया। कोई सुराग नहीं मिलने पर पुलिस ने मामले में एफ.आर. लगा दी थी।
अब पता चला कि इस तरह जालसाजी करने वाला व्यक्ति सूरत में गिर तार हुआ था और जमानत मिलने पर जयपुर में रह रहा है। इस तरह आरोपति बादशाह और उसका साथी पकड़े गए। पूछताछ में बादशाह ने बताया कि दिनेश मीना के चैक में से दिनेश खुरच दिया। उस पर एसबीबीजे की मुहर लगाई और मीना के आगे देवी लिख दिया।
ये हुए गिरफतार
1. बाशा उर्फ बादशाह उर्फ बुडवा मंसूरी (40) खरौनी, बलिया उत्तर प्रदेश हाल गुरू शिखर अपार्टमेंट, प्रस्तावित रिंग रोड के पास
2.जितेन्द्र कुमार यादव (21) निवासी पर्वतपुर जयनगर, बलिया उत्तर प्रदेश।
सफेद रंग शुभ है पढने मे भी आसान है ............
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