जयपुर।एनआरआई महिला रवनीत कौर दोस्तों के साथ मिलकर अमीर लोगों को अपने जाल में फंसाती थी। युवती ने एक साल में सात लोगों से 4 करोड़ रुपए वसूलने की बात कबूली है। ब्लैकमेलिंग कांड में शहर के थानों में तैनात रहे दो थानाधिकारियोंं के नाम भी कांड से जुडे होना सामने आने पर एसओजी ने उनकी भूमिका की जांच शुरू कर दी हैं।
दोस्त बनाकर बर्बाद जिंदगी बर्बाद लाइफ
एसओजी में दर्ज हुई रिपोर्ट में परिवादियों ने दो थानाधिकारियों के नाम रिपोर्ट में लिखकर दिए थे।
इसके बाद एसओजी के अधिकारियों ने पुलिस के उच्च अधिकारियों को दोनों की भूमिका की जानकारी दी।
पुलिस के उच्च अधिकारियों के सामने यह बात आयी तो एक थानाधिकारी को गुरूवार को एपीओ कर दिया जबकि दूसरे का ट्रांसफर कर विभाग बदल दिया।
इन तीन वर्ष में ब्लैकमेलिंग कांड में लिप्त युवती की गैंग की ओर से सिंधीकैंप, महेश नगर, शिप्रापथ, महेश नगर, मुरलीपुरा, करधनी, भांकरोटा और माणक चौक थाने में रिपोर्ट दी।
थानों में रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। जिसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई उसी व्यक्ति पर दबाव बनाकर समझौता करने पर मजबूर कर दिया।
बदनामी के डर से लोग गैंग को मोटा पैसा देने पर मजबूर हो गए। यदि गैंग पर समय रहते कार्रवाई होती तो मामला डेढ़ वर्ष पहले ही उजागर हो जाता।
कहा-तुमने दोस्त बनकर बर्बाद कर दी मेरी जिंदगी
एसओजी ने शुक्रवार काे गिरफ्तार रवनीत सिंह और गैंग के अक्षत शर्मा, आनंद शांडिल्य और विजय को आमने-सामने बैठाकर बातचीत की।
एसओजी के अधिकारी देर रात तक पूछताछ कर रहे थे। रवनीत जैसे ही अक्षत के सामने आयी वह चिल्लाने लगी।
रवनीत बोली तूने दोस्त बनकर रुपए के जाल में फंसाया और मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी।
एसओजी अधिकारियों के सामने दोनों एक दूसरे पर आरोप लगाते रहे। रवनीत कौर को बुधवार शाम कोटा से गिरफ्तार किया गया था।
गुरूवार को जयपुर कोर्ट में पेशकर दो दिन के रिमांड पर लिया गया हैं। आनंद शांडिल्य को दूसरे केस में गिरफ्तार कर लिया गया हैं।
दोस्त बनाकर बर्बाद जिंदगी बर्बाद लाइफ
एसओजी में दर्ज हुई रिपोर्ट में परिवादियों ने दो थानाधिकारियों के नाम रिपोर्ट में लिखकर दिए थे।
इसके बाद एसओजी के अधिकारियों ने पुलिस के उच्च अधिकारियों को दोनों की भूमिका की जानकारी दी।
पुलिस के उच्च अधिकारियों के सामने यह बात आयी तो एक थानाधिकारी को गुरूवार को एपीओ कर दिया जबकि दूसरे का ट्रांसफर कर विभाग बदल दिया।
इन तीन वर्ष में ब्लैकमेलिंग कांड में लिप्त युवती की गैंग की ओर से सिंधीकैंप, महेश नगर, शिप्रापथ, महेश नगर, मुरलीपुरा, करधनी, भांकरोटा और माणक चौक थाने में रिपोर्ट दी।
थानों में रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई। जिसके खिलाफ रिपोर्ट दर्ज हुई उसी व्यक्ति पर दबाव बनाकर समझौता करने पर मजबूर कर दिया।
बदनामी के डर से लोग गैंग को मोटा पैसा देने पर मजबूर हो गए। यदि गैंग पर समय रहते कार्रवाई होती तो मामला डेढ़ वर्ष पहले ही उजागर हो जाता।
कहा-तुमने दोस्त बनकर बर्बाद कर दी मेरी जिंदगी
एसओजी ने शुक्रवार काे गिरफ्तार रवनीत सिंह और गैंग के अक्षत शर्मा, आनंद शांडिल्य और विजय को आमने-सामने बैठाकर बातचीत की।
एसओजी के अधिकारी देर रात तक पूछताछ कर रहे थे। रवनीत जैसे ही अक्षत के सामने आयी वह चिल्लाने लगी।
रवनीत बोली तूने दोस्त बनकर रुपए के जाल में फंसाया और मेरी जिंदगी बर्बाद कर दी।
एसओजी अधिकारियों के सामने दोनों एक दूसरे पर आरोप लगाते रहे। रवनीत कौर को बुधवार शाम कोटा से गिरफ्तार किया गया था।
गुरूवार को जयपुर कोर्ट में पेशकर दो दिन के रिमांड पर लिया गया हैं। आनंद शांडिल्य को दूसरे केस में गिरफ्तार कर लिया गया हैं।
एसओजी में एडिशनल एसपी करण शर्मा ने बताया कि युवती और गैंग से जुडे लोगों के विरोधाभासी बयान के बाद उन्हें प्रोटेक्शन वारंट पर आमने-सामने बैठाकर पूछताछ की जा रही हैं।
गैंग ने बदले पुराने नोट :
एसओजी ने गैंग से जुड़े सभी लोगों के करीब 8 से ज्यादा बैंक खाते सीज कर दिए हैं।
एसओजी को इस बात की भी जानकारी मिली हैं कि नोटबंदी के बाद गैंग ने बडी मात्रा में 500-1000 के नोटों की बदली की हैं।
एसओजी इस बात की भी जांच करेगी कि गैंग द्वारा नोटबदली कहां से की गई हैं।
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