Wednesday 25 January 2017

ये है इन Girls की मोटी कमाई का जरिया, 1 झटके में कमा लेती हैं लाखों रुपए





जयपुर। जयपुर पुलिस ने रेप की झूठी कहानी बनाकर ब्लैकमेल करने वाली लड़कियों और उसके गैंग को पकड़ा है। पूछताछ में पता चला है कि गैंग ने गत डेढ़ वर्ष में 13 लोगों से 42 लाख रुपए ऐंठे है। बीते कुछ सालों से इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं। इनमें पहले लड़कियों ने पैसे वाले लोगों को अपने प्रेमजाल में फंसाया और फिर उनसे लाखों रुपए वसूले।


सोमवार को पैसे वालों को ‘हनी ट्रैप’में फंसाने के बाद दुष्कर्म केस दर्ज कराने की धमकी देकर ब्लैकमेल करने वाले गैंग की महिला और उसके साथी को कानोता पुलिस ने गिरफ्तार किया था।


पुलिस ने बताया कि गैंग की महिला मेंबर ने 5 जनवरी की रात 8 बजे कानोता के रहने वाले बिल्डिंग मैटेरियल सप्लायर टीकम शर्मा को सांभरिया रोड पर बुलाया। उसके वहां पहुंचने के बाद साथियों के साथ अपहरण कर सवाई माधोपुर ले गई।


गैंग ने शर्मा को डेढ़ लाख रुपए की फिरौती लेकर शुक्रवार को छोड़ा। फिर पीड़ित ने कानोता थाने में महिला और गैंग के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। गैंग के खिलाफ खोनागोरियान और शिवदासपुरा में 2016 में इसी तरह के मामले दर्ज हुए हैं।


जल्द पैसा कमाने के चक्कर में ये लड़की करती थी लड़कों को ब्लैकमेल
इसी साल 10 जनवरी को जयपुर में एमएनआईटी के पास एक लड़की ने गैंगरेप का मामला दर्ज करवाया था। लेकिन जांच में जयपुर पुलिस ने अपहरण कर गैंगरेप की झूठी कहानी बनाकर ब्लैकमेल करने वाली लड़की और उसके फ्रेंड को पकड़ लिया।
दोनों ने साथ मिलकर आगरा और मैनपुरी में ब्लैकमेलिंग की पांच वारदात को अंजाम दिया। आरती की अनैतिक गतिविधियों के कारण ही परिवार वालों ने उसे घर से निकाल दिया था।

22 साल की आरती ने पुलिस के सामने कबूल किया कि उसने ब्लैकमेल करने की और अपने फ्रेंड के साथ मिलकर रेप की झूठी कहानी बनाई थी।
आरती और उसके फ्रेंड की मुलाक़ात मैनपुरी में हुई थी। आरती के अनुसार जल्दी पैसा कमाने के लिए आरोपी युवक ने उसका ब्रेन-वाश किया था।
ऐसे बने हाईप्रोफाइल लोग शिकार,दर्जन भर बना चुके थे एमएमएस
राजधानी में एसओजी ने पिछले साल दिसंबर महीने में पांच साल से सक्रिय एक गिरोह को को पकड़ा था। ये गिरोह राजस्थान के तीस अधिक हाईप्रोफाइल लोगों को अपना शिकार बना चुका था।
एसओजी के हाथ लगी इस सूची में जयपुर के बड़े डॉक्टर्स के अलावा प्रदेश के बड़े बिल्डर, मार्बल व्यवसारियों के अलावा होटल कारोबारी भी शामिल हैं।
सैक्ट रैकेट के जरिए हाईप्रोफाइल लोगों का एमएमएस बनाने वाले गिरोह से पूछताछ में कई चौकाने वाले खुलासे हुए थे।
इस गैंग में एडवोकेट नीतेश बंधु, नवीन देवानी, अक्षत शर्मा, विजय और आनंद शांडिल्य, रवनीत काैर ने हाई प्रोफाइल लोगों को फंसाकर रुपए एंठे।


4साल से पुलिस ऑफिसर को ब्लैकमेल कर रही थी लड़की
जयपुर में प्रेमिका पूनम को गोली मारने के बाद एडिशनल एसपी अाशीष प्रभाकर द्वारा खुद के गोली मारकर सुसाइड करने की घटना सामने आई थी। पुलिस को एडिशनल एसपी आशीष प्रभाकर द्वारा लिखे गए दो सुसाइड नोट कार में मिले थे।

प्रभाकर ने सुसाइड नोट में लिखा था कि चार साल पहले पूनम ने उसको प्यार में फंसा लिया और अब वह उन्हें पैसों के लिए ब्लैकमेल करने लगी थी।
इसलिए पुलिस ऑफिसर होने के नाते मुझे इसको सजा देनी जरूरी है। बॉम्बे हॉस्पिटल के सामने आशीष प्रभाकर ने पहले पूनम की सर्विस रिवाल्वर से कनपटी पर गोली मारकर हत्या कर दी और इसके बाद पुलिस कंट्रोल रूम को खुद ने ही सूचना दी।

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