जब कोई धरती में जन्म लेता है तो एक बच्चे के रुप में आता है। जिसे पिछले जन्म का कुछ भी नहीं याद रहता है, लेकिन इन्हीं में से कुछ ऐसे होते है कि जिन्हें अपने पिछले जन्म का सब कुछ याद होता है।
हमारे दिमाग में हमेशा ये बात याद आती है कि आखिर हमें अपना पिछला जन्म याद क्यों नहीं रहता है। अगर आपके दिमाग में ये बात आती है, तो हम आपको बताते है कि इस बारें में वैज्ञानिक और हमारे शास्त्र क्या कहते हैं।
वैज्ञानिको का मानना है कि पिछले जन्म की बातों को याद न रख पाने के पीछे कारण एक केमिकल है। जिसका नाम है ऑसीटॉसिन। यह केमिकल गर्भधारण के दौरान ही मां के गर्म से निकल जाते है। अगर मां के गर्भ में यह केमिकल रह जाता है, तो उसे अपने पिछले जन्म का सब कुछ याद रहता है।
अगर आपकी मौत पूर्व जन्म में कोई दुख का कारण की वजह से है। तो उसके दिमाग में वह हमेशा रहता है। जिसके कारण लगातार पूर्व जन्म की बातें और अपनों का दुख घूमता रहेगा।
पूर्व जन्म का न रहें आज इस कारण हिंदू धर्म में कपाल क्रिया कराते है। शव को मुखाग्नि देने के करीब आधा घंटे बाद एक बांस में लोटा बांधकर शव के सिर पर घी डाला जाता है। जिससे पूरा सिर जल जाएं। माना जाता है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो अगले जन्म में पिछले जन्म का सब याद रहता है।
मनुष्य का दिमाग भूलने के लिए ही बनाया जाता है। हम सब टाइम के साथ हर चीज भूल जाते है। हमारे जीवन में कई ऐसी घटनाएं हो जाती है। जिसे हम भूल कर एक नई शुरुआत करते है। इसी तरह व्यक्ति पूर्ऩजन्म की कोई बात ध्यान नहीं रहती है।
शास्त्रों के अनुसार कर्मों से ही उसका अगला जन्म सुधरता है। आत्मा के कर्म इंसान को उसके पिछले जन्म की ओर खींचते है। इसलिए अच्छा जीवन जीने के लिए पिछले जन्म अच्छे होना चाहिए।
हमारे दिमाग में हमेशा ये बात याद आती है कि आखिर हमें अपना पिछला जन्म याद क्यों नहीं रहता है। अगर आपके दिमाग में ये बात आती है, तो हम आपको बताते है कि इस बारें में वैज्ञानिक और हमारे शास्त्र क्या कहते हैं।
वैज्ञानिको का मानना है कि पिछले जन्म की बातों को याद न रख पाने के पीछे कारण एक केमिकल है। जिसका नाम है ऑसीटॉसिन। यह केमिकल गर्भधारण के दौरान ही मां के गर्म से निकल जाते है। अगर मां के गर्भ में यह केमिकल रह जाता है, तो उसे अपने पिछले जन्म का सब कुछ याद रहता है।
अगर आपकी मौत पूर्व जन्म में कोई दुख का कारण की वजह से है। तो उसके दिमाग में वह हमेशा रहता है। जिसके कारण लगातार पूर्व जन्म की बातें और अपनों का दुख घूमता रहेगा।
पूर्व जन्म का न रहें आज इस कारण हिंदू धर्म में कपाल क्रिया कराते है। शव को मुखाग्नि देने के करीब आधा घंटे बाद एक बांस में लोटा बांधकर शव के सिर पर घी डाला जाता है। जिससे पूरा सिर जल जाएं। माना जाता है कि अगर ऐसा नहीं हुआ तो अगले जन्म में पिछले जन्म का सब याद रहता है।
मनुष्य का दिमाग भूलने के लिए ही बनाया जाता है। हम सब टाइम के साथ हर चीज भूल जाते है। हमारे जीवन में कई ऐसी घटनाएं हो जाती है। जिसे हम भूल कर एक नई शुरुआत करते है। इसी तरह व्यक्ति पूर्ऩजन्म की कोई बात ध्यान नहीं रहती है।
शास्त्रों के अनुसार कर्मों से ही उसका अगला जन्म सुधरता है। आत्मा के कर्म इंसान को उसके पिछले जन्म की ओर खींचते है। इसलिए अच्छा जीवन जीने के लिए पिछले जन्म अच्छे होना चाहिए।
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