Sunday 26 February 2017

गावस्कर-गांगुली ने सीरीज में वापसी के लिए दिया मंत्र


भारत के दो पूर्व कप्तानों सुनील गावस्कर और सौरव गांगुली ने पुणे टेस्ट में मिली 333 रन की करारी हार के बाद सीरीज में वापसी करने के लिए अपने सुझाव दिए हैं।

इन दोनों पूर्व दिग्गजों का मानना है कि सीरीज में बाकी बचे 3 टेस्ट मैचों के लिए ऐसी पिचें मुहैया कराई जाएं जो घरेलू टीम को फायदा पहुंचाएं न कि मेहमान टीम को। लगातार 19 टेस्ट तक अविजेय रहने वाली विराट सेना को पुणे में मिली करारी हार से भारतीय क्रिकेट प्रशंसकों को करारा झटका लगा। भारतीय टीम की प्रशंसकों ने जमकर आलोचना भी की। लेकिन सबका ध्यान इस बात पर है कि कंगारुओं को किस तरह मात दी जाए। इसके लिए गावस्कर और गांगुली ने मांग की है कि बंगलूरू, रांची और धर्मशाला में टीम इंडिया को सपाट विकेट उपलब्ध कराए जाए।

गांगुली की मांग है कि टीम इंडिया को वैसी पिचें दी जांए जिनपर भारतीय टीम ने इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और बांग्लादेश का सूपड़ा साफ कर दिया। गांगुली का मानना है पुणे में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों ने भारतीयों को यह सीख दे दी है कि इस तरह की मुश्किल पिच पर किस तरह बल्लेबाजी की जाती है। यदि आगे मैचों में भी पुणे की तरह घुमावदार पिचें मिलेगी तो भारतीय खिलाड़ियों के लिए यह भयावह होगा। अब आशा की जा रही है कि क्यूरेटर ऐसी पिचें तैयार करेंगे जिसका घरेलू बल्लेबाजों और गेंदबाजों को फायदा हो। साथ ही ओ'कीफ की गेंद को स्पिन कराने की क्षमता का आकलन हो सके।

भले ही शेन वॉर्न जैसे दिग्गज ने स्टीव ओ'कीफ की क्षमता का कमतर आका हो लेकिन वॉर्न की यह बात शतप्रतिशत सही साबित हुई कि ज्यादा घुमावदार पिच का नुकसान टीम इंडिया को ही होगा। श्रीलंका में मिली हार से सबक लेते हुई ऑस्ट्रेलियाई टीम के बल्लेबाजों ने गेंद को स्पिन होने से पहले ही खेलने की रणनीति का पालन किया। यदि वह गेंद को घूमने देंगे तो गेंद बल्ले के कोने पर लगकर फील्डर्स के हाथों में जा सकती है।

गांगुली मानते हैं कि टॉस ने भी पुणे में बड़ी भूमिका अदा की। यदि टीम इंडिया टॉस जीत जाती तो मैच का परिणाम कुछ और होता। टेस्ट मैच में हार जीत का फैसला टॉस से निर्धारित नहीं होने दें। अगले तीन मैच अच्छी विकेट पर खेलें। ऐसी पिचों पर चौथे-पांचवें दिन गेंद टर्न लेती है। ऐसे में मैच आखिर तक जाता है। यदि आप घुमावदार विकेट बनाते हैं तो इसका नुकसान आपके बल्लेबाजों को भी होगा। भारतीय टीम ऐसी पिचों पर खेलकर ही वापसी कर सकती है।

गावस्कर का मानना है कि भारत को हाइ स्कोरिंग मैच ज्यादा सूट करते हैं। जैसा कि हमें इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में देखने को मिला। दोनों टीमें लगातार 400 से ज्यादा रन बना रही थीं। पुणे में ऑस्ट्रेलिया की जीत ने भारत दौरे से पहले उनकी तैयारी को सही साबित किया है जिसमें उन्होंने दुबई स्थित आईसीसी क्रिकेट अकादमी में जाकर कई तरह की स्पिन विकेट पर अभ्यास किया। एशिया में लगातार 9 टेस्ट में हारने के बाद उनका विश्वास लौटा है कि वो भी इस तरह की पिचों पर जीत हासिल कर सकते हैं।

भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पुणे में खेले गए सीरीज के पहले टेस्ट में भारत को 333 रन के अंतर से हार का सामना करना पड़ा। भारतीय बल्लेबाज ओ'कीफ की फिरकी के जाल में फंसकर ढेर हो गए। इसके साथ ही ऑस्ट्रेलिया ने सीरीज में 1-0 की बढ़त बना ली है।

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