Tuesday 31 January 2017

मनवीर की खुली पोल, उल्लू बन गए सलमान और बिग बॉस




बिग बॉस सीजन 10 जीतकर मनवीर गुर्जर ने आम लोगों के साथ साथ सलमान का दिल भी जीत लिया था लेकिन अब उनका सबसे बड़ा झूठ पकड़ा गया है। ट्राईसिटी टुडे नाम की वेबसाइट के मुताबिक वो पहले से शादीशुदा है। सिर्फ इतना ही नहीं उनकी 5 साल की एक बेटी भी है। उन्होंने और उनके परिवार ने मिलकर ये बात पूरे देश से छिपाई।

आपको बता दें कि बिग बॉस-10 के विजेता बने मनवीर गुर्जर उत्तर प्रदेश के नोएडा के रहने वाले हैं। मनवीर ने करीब पांच साल पहले शादी की थी। उनके घोड़ी चढ़ते हुए वीडियो और उनकी दुल्हन के साथ फोटो भी मौजूद है। ये वीडियो और फोटो मनवीर के एक करीबी दोस्त मनीष भाटी ने उपलब्ध करवाए हैं। उसका कहना है कि मनवीर बहुत बड़ा धोखेबाज है।

ये भी खबर है कि मनवीर की पांच साल की एक बेटी भी है। क्या आपको पता है कि मनवीर ने जब बिग बॉस में एंट्री की थी तो शो के होस्ट सलमान खान को बताया था कि उनके पिता उनकी जबरदस्ती शादी करवाना चाहते थे और वो शादी नहीं करना चाहते थे इसलिए लंबे समय से वो अपने पिता से बात नहीं करते हैं।

मनीष भाटी के मुताबिक मनवीर ने अपनी जिंदगी के बारे में वो सारी बातें बिग बॉस में शेयर कीं जिनसे उन्हें फायदा मिलता लेकिन इस बारे में कोई जिक्र नहीं किया। मनवीर की भाभी, मां, भाई और पिता का इंटरव्यू भी प्रसारित किया गया लेकिन किसी ने इस सच्चाई का जिक्र तक नहीं किया। तो क्या मनवीर का पूरा परिवार इस झूठ में शामिल है?

ट्राईसिटी टुडे के अनुसार मनवीर गुर्जर की पत्नी का नाम प्रीति है। प्रीति ग्रेटर नोएडा के सैंतली गांव की रहने वाली हैं। उनके पिता का नाम राजा है। खबर है कि उनकी पत्नी मनवीर के घर आगाहपुर में ही हैं। इस बारे में जब मनवीर के घरवालों से संपर्क किया गया तो किसी ने फोन नहीं उठाया।

Monday 30 January 2017

कहीं आपने इन जगहों से तो नहीं बनवाया आधार, सरकार ने जारी किया अलर्ट





नई दिल्ली। आधार बनाने के नाम पर कई सारी फर्जी एजेंसियां काम कर रही हैंं। इस बात का अलर्ट खुद सरकार ने जारी किया है। उसके अनुसार, आधार का लैमिनेशन कराने, प्लास्टिक कार्ड बनाने जैसे काम कई एजेंसियों द्वारा किए जा रहे हैं। जो पूरी तरह से गैर कानूनी है। सरकार ने नागरिकों को अलर्ट जारी करते हुए कहा है कि ऐसी जगहों से वह आधार न बनवाएं। साथ ही गैरकानूनी रूप से एजेंसियों से लोगों के पर्सनल डाटा मिसयूज होने का भी डर है।

यूआईडीएआई ने क्या कहा है
यूनीक आइडेंटिफिकेशन डेवलपमेंट अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सीईओ अजय भूषण पांडे ने Moneybhaskar.com को बताया कि बहुत सी गैरकानूनी एजेंसियां देश में काम कर रही हैंं। जो आधार के लैमिनेशन से लेकर उसकी प्रिटिंग के लिए 50-200 रुपए तक चार्ज ले रही हैंं। जो कि पूरी तरह से गैर कानूनी है। इस मामले में यूआईडीएआई ने ऐसी एजेंसियों को अलर्ट भी जारी किया है।

किस बात का है डर??
आपकी पर्सनल इन्फॉर्मेशन का हो सकता है मिसयूज

अजय भूषण के अनुसार सरकार लोगों को अलर्ट कर रही है कि वह ऐसीी जगहों पर आधार की प्रिटिंग, लैमिनेशन या प्लास्टिक कार्ड न बनवाएं। अगर ऐसी जगहों पर आप आधार के लिए अपने पर्सनल डाटा शेयर करते हैं तो उसका मिस यूज हो सकता है। इसके अलावा आधार नंबर को भी शेयर न करें, जिससे किसी तरह के नुकसान से बचा जा सके।

एजेंसियों के खिलाफ क्या होगा एक्शन?
अजय भूषण के अनुसार ऐसी एजेंसियों के खिलाफ सरकार क्रिमिनल केस भी चलाएगी। जिसके तहत इंडियन पीनल कोड और आधार एक्ट 2016 के प्रावधानों के अनुसार सजा भी दी जाएगी। पांडे ने यह भी कहा है कि आधार बनवाने वालों को उसकी लैमिनेशन, प्लास्टिक कार्ड पर प्रिटिंग जैसे काम करने की जरूरत नहीं है।

खुद कर सकते हैं प्रिंट
भूषण के अनुसार आधार यूजर को किसी भी काम के लिए  लैमिनेशन और प्लास्टिक आधार वाले कार्ड की जरूरत नहीं पड़ती है। वह अपने आधार को खुद ही https://eaadhaar.uidai.gov.in की वेबसाइट पर जाकर डाउनलोड और प्रिंट कर सकता है। इसके लिए किसी एजेंसी की जरूरत नहीं है। जो कि केवल एक सिंपल पेपर पर भी वैध है। ऐसे में गैरकानूनी एजेंसियों के पास जाने की जरूरत नहीं है।

ऐसे मिलेगी लॉक-अनलॉक की सुविधा
आधार को लॉक और अनलॉक करने के लिए आपको https://uidai.gov.in/beta/की वेबसाइट पर जाना होगा। जहां पर आधार सर्विसेज पर आपको लॉक और अनलॉक करने का फीचर मौजूद होगा। उस पर क्लिक करने पर https://resident.uidai.net.in/biometric-lock लिंक खुलेगा। इस लिंक को आप डायरेक्ट भी ओपेन कर सकते हैं। जहां पर आपको अपने 12 अंको वाले आधार की डिटेल देनी होगी। आधार नंबर फीड करने के बाद उसके नीचे लिखे सिक्योरिटी नंबर को फीड करना होगा। जिसे ओके करने के बाद आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी कोड आएगा। उसे फीड करने के बाद आप कार्ड को लॉक और अनलॉक कर सकेंगे।

Wednesday 25 January 2017

ये है इन Girls की मोटी कमाई का जरिया, 1 झटके में कमा लेती हैं लाखों रुपए





जयपुर। जयपुर पुलिस ने रेप की झूठी कहानी बनाकर ब्लैकमेल करने वाली लड़कियों और उसके गैंग को पकड़ा है। पूछताछ में पता चला है कि गैंग ने गत डेढ़ वर्ष में 13 लोगों से 42 लाख रुपए ऐंठे है। बीते कुछ सालों से इस तरह के कई मामले सामने आ चुके हैं। इनमें पहले लड़कियों ने पैसे वाले लोगों को अपने प्रेमजाल में फंसाया और फिर उनसे लाखों रुपए वसूले।


सोमवार को पैसे वालों को ‘हनी ट्रैप’में फंसाने के बाद दुष्कर्म केस दर्ज कराने की धमकी देकर ब्लैकमेल करने वाले गैंग की महिला और उसके साथी को कानोता पुलिस ने गिरफ्तार किया था।


पुलिस ने बताया कि गैंग की महिला मेंबर ने 5 जनवरी की रात 8 बजे कानोता के रहने वाले बिल्डिंग मैटेरियल सप्लायर टीकम शर्मा को सांभरिया रोड पर बुलाया। उसके वहां पहुंचने के बाद साथियों के साथ अपहरण कर सवाई माधोपुर ले गई।


गैंग ने शर्मा को डेढ़ लाख रुपए की फिरौती लेकर शुक्रवार को छोड़ा। फिर पीड़ित ने कानोता थाने में महिला और गैंग के खिलाफ मामला दर्ज करवाया। गैंग के खिलाफ खोनागोरियान और शिवदासपुरा में 2016 में इसी तरह के मामले दर्ज हुए हैं।


जल्द पैसा कमाने के चक्कर में ये लड़की करती थी लड़कों को ब्लैकमेल
इसी साल 10 जनवरी को जयपुर में एमएनआईटी के पास एक लड़की ने गैंगरेप का मामला दर्ज करवाया था। लेकिन जांच में जयपुर पुलिस ने अपहरण कर गैंगरेप की झूठी कहानी बनाकर ब्लैकमेल करने वाली लड़की और उसके फ्रेंड को पकड़ लिया।
दोनों ने साथ मिलकर आगरा और मैनपुरी में ब्लैकमेलिंग की पांच वारदात को अंजाम दिया। आरती की अनैतिक गतिविधियों के कारण ही परिवार वालों ने उसे घर से निकाल दिया था।

22 साल की आरती ने पुलिस के सामने कबूल किया कि उसने ब्लैकमेल करने की और अपने फ्रेंड के साथ मिलकर रेप की झूठी कहानी बनाई थी।
आरती और उसके फ्रेंड की मुलाक़ात मैनपुरी में हुई थी। आरती के अनुसार जल्दी पैसा कमाने के लिए आरोपी युवक ने उसका ब्रेन-वाश किया था।
ऐसे बने हाईप्रोफाइल लोग शिकार,दर्जन भर बना चुके थे एमएमएस
राजधानी में एसओजी ने पिछले साल दिसंबर महीने में पांच साल से सक्रिय एक गिरोह को को पकड़ा था। ये गिरोह राजस्थान के तीस अधिक हाईप्रोफाइल लोगों को अपना शिकार बना चुका था।
एसओजी के हाथ लगी इस सूची में जयपुर के बड़े डॉक्टर्स के अलावा प्रदेश के बड़े बिल्डर, मार्बल व्यवसारियों के अलावा होटल कारोबारी भी शामिल हैं।
सैक्ट रैकेट के जरिए हाईप्रोफाइल लोगों का एमएमएस बनाने वाले गिरोह से पूछताछ में कई चौकाने वाले खुलासे हुए थे।
इस गैंग में एडवोकेट नीतेश बंधु, नवीन देवानी, अक्षत शर्मा, विजय और आनंद शांडिल्य, रवनीत काैर ने हाई प्रोफाइल लोगों को फंसाकर रुपए एंठे।


4साल से पुलिस ऑफिसर को ब्लैकमेल कर रही थी लड़की
जयपुर में प्रेमिका पूनम को गोली मारने के बाद एडिशनल एसपी अाशीष प्रभाकर द्वारा खुद के गोली मारकर सुसाइड करने की घटना सामने आई थी। पुलिस को एडिशनल एसपी आशीष प्रभाकर द्वारा लिखे गए दो सुसाइड नोट कार में मिले थे।

प्रभाकर ने सुसाइड नोट में लिखा था कि चार साल पहले पूनम ने उसको प्यार में फंसा लिया और अब वह उन्हें पैसों के लिए ब्लैकमेल करने लगी थी।
इसलिए पुलिस ऑफिसर होने के नाते मुझे इसको सजा देनी जरूरी है। बॉम्बे हॉस्पिटल के सामने आशीष प्रभाकर ने पहले पूनम की सर्विस रिवाल्वर से कनपटी पर गोली मारकर हत्या कर दी और इसके बाद पुलिस कंट्रोल रूम को खुद ने ही सूचना दी।

Tuesday 24 January 2017

अंबानी का एक और धमाका, Jio से कर सकेंगे अपनी कार,घर,टीवी को कंट्रोल




नई दिल्ली। फ्री इंटरनेट के बाद मुकेश अंबानी रिलायंस जियो के जरिए एक और धमाका करने की तैयारी में है। कंपनी अब ऐसे डिवाइस लाने जा रही है, जिसके जरिए आप अपनी कार, घर और टीवी को अपने स्मार्टफोन से कंट्रोल कर सकेंगे। इस बात का खुलासा इस प्रोजेक्ट से जुड़े एक वरिष्ठ अधिकारी ने किया है।

कंपनी का क्या है ड्रीम प्रोजेक्ट
अधिकारी की अनुसार अभी तक लोगों को मन में यही है कि रिलायंस जियो टेलिकॉम सर्विसेज देने वाली एक कंपनी है। हम इस भ्रम को तोड़ने वाले हैं। कंपनी इंटरनेट और अपने मजबूत इंफ्रास्ट्रक्चर से ऐसे कई प्रोडक्ट लेकर आ रही है, जो अभी भारतीय यूजर्स के लिए काफी नए हैं। लोग इसके बाद यह बेहद आसानी से समझ पाएंगे, कि टेक्नोलॉजी कैसे उनकी लाइफ के हर हिस्से को बेहद सिंपल कर सकती है।

आपकी नार्मल कार एक डिवाइस से बन जाएगी टोटल स्मार्ट
कंपनी इस तरह का एक प्रोडक्ट को लांच करने की तैयारी में है, जो आपकी कार को स्मार्ट बनाएगी। यूएसबी की तरह कार में लगने वाले इस डिवाइस के जरिए आप अपने स्मार्ट फोन पर कार से जुड़ी सारी डिटेल ले सकेंगे। जिसमें कार की बैटरी की कंडीशन, फ्यूल का लेवल, आपकी कार कोई दूसरी व्यक्ति चला रहा है, तो उसकी ट्रैकिंग आदि सब स्मार्टफोन पर कार कनेक्ट ऐप के जरिए की जा सकेगी।

नार्मल टीवी बन जाएगा स्मार्ट
कंपनी इस तरह एक डिवाइस डेवलप कर रही है जिससे आप नार्मल टीवी को भी स्मार्ट टीवी बना सकेंगे। जिस पर लाइव वीडियो के साथ-साथ गेमिंग सहित, यूटीवी पर मूवी आदि सब कुछ बेहद आसानी से देखा जा सकेगा। यही नहीं आप लाइव किसी भी वीडियो को लगभग रियल टाइम में फारवर्ड और रिवाइंड कर सकेंगे। ये सब डिवाइस और इंटरनेट के जरिए होगा। अधिकारी के अनुसार इसके बाद यूजर को स्मार्ट टीवी के लिए अलग से हैवी इन्वेस्टमेंट करने की जरूरत नहीं होगा। उसका नार्मल टीवी थोड़े से खर्च पर स्मार्ट बन जाएगा।

फोन से कंट्रोल कर सकेंगे अपना घर
कंपनी आपके घर को स्मार्टफोन के जरिए स्मार्ट बनाने वाले सॉल्युशन डेवलप कर रही है। जिसमें आप किसी भी जगह से अपने घर पर स्मार्टफोन के जरिए निगरानी रख सकेंगे। जरूरत पड़ने पर घर का दरवाजा भी ऑफिस से बैठ खोल सकेंगे। अपने गेस्ट के लि‍ए एसी ऑन कर सकेंगे। ये सब काम आसानी से आपके स्मार्टफोन से किया जा सकेगा।

जियो मनी से मिलेंगे सारे पेमेंट ऑप्शन
कंपनी इसी तरह अपने ई-वॉलेट जियो मनी के जरिए कई सारे पेमेंट ऑप्शन भी लाने की तैयारी में है। जिसमें मेट्रो किराए का स्मार्टफोन के जरिए पेमेंट से लेकर छोटी-छोटी शॉपिंग सब कुछ आसानी से किया जा सकेगा। कंपनी इसके अलावा देश भर में कैश एजेंट भी बनाने की तैयारी में है। जो कि कैश डिपॉजिट करने के अलावा विद्ड्रॉल की भी सुविधा देंगे।

Monday 23 January 2017

खतरनाक और वल्गर हैं ये 6 Adult Apps, बच्चों को रखना चाहिए इनसे दूर


गैजेट डेस्क। स्मार्टफोन पर बढ़ती डिपेंडेंसी के कारण अब 10 साल के बच्चे के हाथ में भी पेरेंट्स स्मार्टफोन पकड़ा देते हैं। भले ही वे बच्चे की सुरक्षा या उससे कनेक्ट रहने के लिए ऐसा करते हों, लेकिन उन्हें ये पता नहीं होता कि बच्चा फोन को किस तरह से इस्तेमाल कर रहा है। मार्केट में कई ऐसे ऐप्स हैं जो एडल्ट्स के लिए हैं, बच्चों को इन्हें नहीं यूज करना चाहिए। ऐसे हजारों ऐप्स हैं, इसके पहले भी हम  आपको पहले 10 ऐप्स के बारे में बता चुके हैं इसी कड़ी में आज हम आपको और खतरनाक और कॉमन ऐप्स के बारे में बताने जा रहे हैं। चौंकाने वाली बात तो ये हैं कि यूजर्स में बड़ी संख्या में बच्चे और टीनेजर्स भी शामिल हैं।

ये 6 ऐप्स हैं बच्चों के लिए खतरनाक...


क्या करता है - ये ऐप कुछ साल पहले एक वेबसाइट की तरह स्टार्ट हुआ था और अब ये ऐप में भी आ गया है। इस ऐप में आपके आस-पास के एरिया में मौजूद सबसे हॉट लोगों के बारे में बताया जाता है और उनके साथ डेटिंग फिक्स की जाती है।


क्यों है खतरनाक- हालांकि, इस ऐप में 17 साल से कम के लोग चैटिंग नहीं कर सकते, लेकिन कोई एज वेरिफिकेशन सिस्टम नहीं दिया गया है। कोई भी आसानी से अपनी एज गलत बता सकता है।


2. Pocket Girlfriend app
क्या करता है- ये ऐप एक एडल्ट वीडियो गेमिंग ऐप है जिसमें स्क्रीन पर पूरे कपड़े पहने हुए लड़की को अनड्रेस करना होता है।


क्यों है खतरनाक- ये पूरी तरह से एडल्ट ऐप है। इसे गूगल प्ले पर बैन कर दिया गया है, लेकिन ये ऐप थर्ड पार्टी स्टोर पर उपलब्ध है।


3. Badoo
क्या करता है - ये एडल्ट ओनली ऑनलाइन डेटिंग ऐप आपकी लोकेशन और फोटोज के हिसाब से उसी एरिया में मौजूद हजारों यूजर्स की लिस्ट सामने रख देगा जिन्हें डेटिंग करनी है।


क्यों है खतरनाक- ये ऐप खास तौर पर एडल्ट्स के लिए है। लोग यहां सेक्शुअल इमेज भेजते हैं और एक दूसरे से चैटिंग करते हैं।


4. Skout
क्या करता है ये ऐप- ये ऐप टीनएजर्स और एडल्ट्स के फ्लर्ट करने के लिए बनाया गया है। लोगों को आस-पास के एरिया में वैलिड डेट होती है तो आपके पास नोटिफिकेशन आता है और इसके बाद प्वाइंट्स देकर उस इंसान की डिटेल्स लेनी होती है।


क्यों है खतरनाक- इस ऐप में भी एज वेरिफिकेशन नहीं है। बच्चे भी इस ऐप का इस्तेमाल कर सकते हैं।


5. MeetMe
क्या करता है ये ऐप- बाकी सोशल डेटिंग ऐप की तरह ही ये ऐप भी आपके लिए डेटिंग पार्टनर ढूंढता है।

क्यों है खतरनाक- इस ऐप की मदद से बच्चे भी डेटिंग कर सकते हैं।


6. Nude It app

क्या करता है ये ऐप- 
ये एक फन ऐप है जो थर्ड पार्ट स्टोर्स में उपलब्ध है। ये ऐप कहता है कि इससे आप अपने दोस्तों को न्यूड देख सकते हैं, लेकिन असल में इस ऐप का इस्तेमाल सिर्फ जोक के लिए किया जाता है।





क्यों है खतरनाक- 

इस ऐप का इस्तेमाल करते ही बच्चे साइबर बुलिंग का शिकार हो सकते हैं।

Sunday 22 January 2017

इन वेबसाइट्स पर शॉपिंग के लिए नहीं पड़ती पैसों की जरूरत, ऐसे होती है खरीददारी


नई दिल्‍ली। वैसे तो जब हम ऑनलाइन शॉपिंग करने जाते हैं तो हमारे पास दो विकल्‍प होते हैं। पहला- प्रोडक्‍ट की कैश ऑन डिलिवरी कराना, दूसरा- कार्ड के जरिए पेमेंट करना। लेकिन कुछ ऐसी साइट भी हैं जिनपर आपको पैसे की जरूरत नहीं पड़ेगी। जी हां, ये वेबसाइट, बार्टर सिस्‍टम ( वस्तु विनिमय ) के जरिए काम करती हैं। सदियों पहले बार्टर सिस्‍टम के जरिए ही सामान की खरीद बिक्री होती थी। नोटबंदी के दौरान यह सिस्‍टम एक बार फिर चर्चा में आ गया। कैश के किल्‍लत की वजह से अलग- अलग शहरों में लोगों ने इस सिस्‍टम को फॉलो किया। दरअसल, बार्टर सिस्‍टम में पैसे की बजाए यूजड् एंड ओल्‍ड प्रोडक्‍ट को एक्‍सचेंज कर नया प्रोडक्‍ट खरीदा जा सकता है। इस सिस्‍टम के तहत कई ऑनलाइन कंपनियां काम कर रही हैं और प्रोडक्‍ट बार्टर के लिए कस्‍टमर्स को प्‍लेटफॉर्म दे रही हैं। सिस्‍टम की सबसे खास बात यह होती है कि इसमें किसी भी तरह की करंसी की जरूरत नहीं पड़ती है।
बार्टरडैडीडॉटकॉम और लेट्सबार्टरइंडियाडॉटकॉम जैसी ऑनलाइन कंपनियां बार्टर सिस्‍टम के जरिए प्रोडक्‍ट बेच रही हैं। इसके लिए किसी तरह‍ के करंसी की जरूरत नहीं होती है। यूज प्रोडक्‍ट को आप वेबसाइट पर अपलोड कर बेच सकते हैं। इसके बदले आप उसी रेट में कोई न्‍यू प्रोडक्‍ट खरीद सकते हैं।
बार्टर सिस्‍टम के जरिए कंपनियां एक प्‍लेटफॉर्म देती हैं जहां कस्‍टमर्स अपने यूज प्रोडक्‍ट को बदलकर या फिर बेचकर नया प्रोडक्‍ट खरीद सके। खास बात यह है कि जो प्रोडक्‍ट कस्‍टमर बेच रहा है उसके बदले कोई दूसरा प्रोडक्‍ट भी खरीद सकता है। उदाहरण के लिए अगर आप ने मोबाईल फोन बेचा है तो उसके बदले फ्रीज भी ले सकते हैं। इसके लिए यह जरूरी है कि दोनों प्रोडक्‍ट की प्राइस एक समान हो
-प्रोडक्‍ट के एक्‍सचेंज के लिए भारत का पहला नेटवर्किंग साइट बार्टरडैडी है।
-इस पर आप फ्रीज, कूलर, मोबाईल समेत छोटी- बड़ी सभी प्रोडक्‍ट को एक्‍सचेंज करा सकते हैं।
-बार्टर डैडी ने 2015 में अनुमान लगाया था कि कंपनी 2016 तक 15 अरब डॉलर का कारोबार कर सकती है।
ऑनलाइन वेबसाइट लेट्स बार्टर इंडिया की पूजा भायना और साहिल ढिंगरा ने 2015 में शुरुआत की। खास बात यह है कि दोनों स्‍कूल टाइम से ही दोस्‍त थे। साहिल आईपी यूनिवर्सिटी से बीबीए ग्रेजुएट हैं। वह पिता संग रियल स्‍टेट फर्म में काम करते थे। वहीं पूजा सिंगापुर में मैगजीन से प्रोफेशन जर्नी की शुरुआत की।

पूजा और साहिल ने इसकी शुरुआत एक फेसबुक ग्रुप के तौर पर की। ग्रुप बनने के 4 घंटे में 5 हजार से ज्‍यादा मेंबर इससे जुड़ गए। इसके बाद दोनों ने इस आइडिया पर गंभीरता से काम करना शुरू किया। अभी फेसबुक पर 1.7 लाख से ज्‍यादा लोग जुड़ गए हैं । इलेक्‍ट्रोनिक गुड्स, किताबें और सर्विस बार्टर के लिए यह सबसे चर्चित साइट है।
सबसे पहले इससे जुड़ने के लिए इन वेबसाइट्स पर अकाउंट बनाकर लॉगिन करना होगा। लॉगिन के बाद आप अपने प्रोडक्‍ट को पोस्‍ट कर सकते हैं। इसके बाद कंपनी वैसे ऑनलाइन कस्‍टमर की तलाश करेगी जो पोस्‍ट किए गए प्रोडक्‍ट को खरीदना चाहते हैं।
जब किसी एक प्रोडक्‍ट या सर्विस के बदले दूसरी प्रोडक्‍ट या सर्विस का लेन-देन होता है तो इसे बार्टरिंग सिस्‍टम कहते हैं। जैसे एक संतरे लेकर सेब देना। इस प्रोसेस में रुपए - पैसे का इस्तेमाल नही किया जाता है।

टैक्‍स चोरी पकड़ने के लिए सरकार ने अपनाए ये 5 नए दांव, आप भी रहें अलर्ट...


नई दिल्‍ली।नोट बंदी के बाद मोदी सरकार ने देश में टैक्‍स चोरी रोकने के लिए 5 नए दांव अपनाएं हैं। सरकार को भरोसा है कि इन 5 तरीकों से टैक्‍स चोरी करने वालों को पकड़ा जा सकेगा। इससे देश में टैक्‍स देने वालों की संख्‍या बढ़ जाएगी और सरकार की टैक्‍स के तौर पर होने वाली आय में ज्‍यादा इजाफा होगा।

सरकार टेक्‍नोलॉजी से कर रही है टैक्‍स चोरी करने वालों की पहचान
इनकम टैक्‍स डिपॉर्टमेंट टेक्‍नोलॉजी की मदद से टैक्‍स चोरी करने वालों की पहचान कर रही है। सरकार ने उपलब्‍ध आंकड़ों के आधार पर बड़े पैमाने पर ऐसे लोगों की पहचान की है जिनकी इनकम पर टैक्‍स बनता है लेकिन ये लोग टैक्‍स का पेमेंट नहीं कर रहे हैं।

बैंक अकाउंट में 10 लाख रुपए जमा करने वालों पर नजर
अगर आपने एक साल में अपने अकाउंट में 10 लाख रुपए या इससे अधिक जमा कराएं हैं तो बैंक आपकी डिटेल इनकम टैक्‍स डिपॉर्टमेंट को दे देगा। इसके बाद इनकम टैक्‍स डिपॉर्टमेंट आपकी डिक्‍लेयर्ड इनकम चेक करेगा। अगर आपने अपनी इनकम कम दिखाई है या टैक्‍स नहीं दिया है तो आप इनकम टैक्‍स डिपॉर्टमेंट के शिकंजे में आ सकते हैं।

अगर खरीदा है 30 लाख रुपए से अधिक का घर
अगर आपने 30 लाख रुपए से अधिक का घर खरीदा है तो रजिस्‍ट्री कराने पर राजिस्‍ट्री अथॉरिटी आपकी डिटेल इनकम टैक्‍स डिपॉर्टमेंट को देगा। ऐसे में इनकम टैक्‍स डिपॉर्टमेंट आपसे पूछ सकता है कि जिस पैसे से आपने घर खरीदा है उसका सोर्स क्‍या है।

अगर आपने खरीदी है 5 लाख रुपए से अधिक की कार इनकम टैक्‍स डिपॉर्टमेंट का कहना है‍ कि देश में ऐसे लोगों की संख्‍या काफी अधिक है जिनके पास कार है लेकिन वे इनकम टैक्‍स नहीं देते हैं। ऐसे में विभाग कार रखने वालों पर भी नजर रख रहा है। अगर आपने 5 लाख रुपए से अधिक की कार खरीदी है तो इनकम टैक्‍स विभाग आपसे आपकी इनकम के बोर में पूछताछ कर सकता है।

1 लाख रुपए या इससे ज्‍यादा कैश में किया है क्रेडिट कार्ड बिल का पेमेंट
अगर आप साल में एक लाख रुपए या इससे ज्‍यादा का क्रेडिट कार्ड बिल कैश में पेमेंट करते हैं तो बैंक इसकी रिपोर्ट इनकम टैक्‍स विभाग को देगा। इनकम टैक्‍स डिपॉर्टमेंट इसके आधार पर आपकी इनकम की जांच पड़ताल कर सकता है।

एक साल में खरीदा है 10 लाख रुपए का बांड या स्‍टॉक
अगर आपने एक साल में 10 लाख रुपए या इससे अधिक का बांड या शेयर खरीदा है तो इस डिटेल इनकम टैक्‍स डिपॉर्टमेंट को मिल जाएगी। इनकम टैक्‍स डिपॉर्टमेंट आपसे पूछ सकता है कि इस रकम का सोर्स क्‍या है।

Saturday 21 January 2017

अब घर बैठे मोबाइल से बनाएं अपना वोटर आइडी कार्ड

वोटर आईडी बनवाने के लिए आज-तक आपने काफी भाग-दौड़ की होगी। ढेर सारे डॉक्यूमेंट जमा किए होंगे और खूब पसीना भी बहाया होगा। तब जाकर आपका वोटर आईडी कार्ड बनकर आया होगा। कई बार तो वोटर आईडी कार्ड नहीं भी बन पाते है और हमे पता भी नहीं चल पाता। लेकिन अब वोटर आईडी कार्ड बनवाना बहुत आसान हो गया।
अब आपके एक क्लिक पर वोटर आईडी कार्ड आपके घर पर बनकर आ जाएगा। टेक्नोलॉजी का जमाना है तो भला इतनी भाग-दौड़ करने की क्या जरूरत है। सरकार ने घर बैठे वोटर आइडी कार्ड बनवाने की सुविधा दी है। आइए आपको बताते हैं कि किस तरह मोबाइल से आप अपना वोटर आईडी कार्ड बना सकता है।

मोबाइल से वोटर आईडी बनवाने के लिए सबसे पहले आपको भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट http://eci-citizenservices.nic.in/ पर जाना होगा।
भारत निर्वाचन आयोग की वेबसाइट पर जाकर आपको अपना मोबाइल नंबर रजिस्टर करना होता है।
मोबाइल नंबर रजिस्टर करने के बाद यहां पर एक पेज ओपन होता है।
इस पेज में आपको आपकी सारी जानकारी सही-सही भरना होता है। इसमें जानकारी भरने के बाद आप फार्म को सबमिट कर दे।
इस फार्म को सबमिट करने के बाद चुनाव अधिकारी खुद आपके घर पर आकर आपकी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी ले लेगा।
फार्म भरते समय इस बात का ध्यान रखे की सारी जानकारी आपकी सही हो जिससे की चुनाव अधिकारी आपके सही पते पर पहुंच सके। चुनाव अधिकारी आपके घर आकर डॉक्यूमेंट के माध्यम से आपको सत्यापित करेगा कि आप वोटर आईडी बनवाने के लिए योग्य है या नहीं अगर आप योग्य है तो कुछ ही दिनों में आपका वोटर आईडी कार्ड आपके घर आ जाएगा।

Friday 20 January 2017

खुशखबरीः जियो यूजर्स 31 मार्च के बाद भी उठा सकते हैं फ्री सर्विस का फायदा! जानिए कैसे?

नई दिल्ली। रिलायंस जियो का इस्तेमाल करने वाले लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी आ रही है। सूत्रों से हवाले से खबरें आ रही है कि कंपनी 31 मार्च 2017 के बाद भी अपनी फ्री सेवाओं को जारी रख सकती है। हालांकि कंपनी कुछ पैसा लेना शुरू करेगी, इसके उपभोक्ताओं में थोड़ी कमी आ सकती है।

बता दें कि टेलिकॉम कंपनी रिलायंस जियो साढ़े सात करोड़ यूजर्स को अपने साथ जोड़ने में सफलता हासिल कर चुकी है। कयास लगाया जा रहा है कि रिलायंस जियो मार्च 2017 तक 10 करोड़ यूजर्स को अपने साथ जोड़ने में सफलता हासिल कर लेगी।
4जी फोन
जल्दी ही कंपनी 4जी फीचर वाले फोन भी लॉन्च कर सकती है। जिनकी बाजार में कीमत 1500 रुपए से भी कम होगी। सस्ते स्मार्ट फोन के चलते भी बड़ी संख्या में ग्राहक जियो से जुड़ेंगे।

कंपनी की ओर से आधिकारिक जानकारी दी गई है कि जियो से एयरटेल के नेटवर्क पर की जाने वाली हर 1000 कॉल्स में से 175 कॉल ड्रॉप होती हैं। नियमों के मुताबिक, 1000 कॉल्स में से 5 से ज्यादा कॉल ड्रॉप नहीं होनी चाहिए। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि जब तक कंपनी की सेवाएं तकनीकी रूप से दुरुस्त नहीं हो जाती, कंपनी अपनी फ्री सर्विस जारी रखेगी।

पहले फ्री कॉलिंग और फ्री अनलिमिटेड मोबाइल डाटा का जियो का ऑफर दिसंबर के अंत तक था लेकिन बाद में यह बढ़ाकर 31 मार्च तक कर दिया गया। 31 दिसंबर को वेलकम ऑफर खत्म हो जाने के बाद रिलायंस जियो के ग्राहक हैपी न्यू ईयर ऑफर का फायदा उठा रहे है। इस ऑफर के तहत यूज़र हर दिन तेज स्पीड में 1जीबी डेटा इस्तेमाल मुफ्त में कर रहे है।

युवराज सिंह देते हैं नए बिजनेस के लिए पैसा और सपोर्ट, आप भी उठाएं फायदा..



नई दिल्‍ली। अगर आप अपना स्‍टार्ट-अप शुरू करना चाहते हैं, लेकिन पैसे न होने के कारण ऐसा नहीं कर पा रहे हैं तो अपने जज्‍बे और हिम्‍मत के बल पर क्रिकेट के मैदान में धमाकेदार वापसी कर रहे युवराज सिंह आपके इस सपने को पूरा कर सकते हैं। क्रिकेट के मैदान में 6 छक्‍के मार चुके और जिंदगी की पिच पर कैंसर जैसी बीमारी को आउट कर चुके युवराज सिंह आपको न केवल फंड उपलब्‍ध कराएंगे, बल्कि आपके बिजनेस आइडिया को एक पहचान भी दिला सकते हैं। 2011 में कैंसर की बीमारी पर जीत हासिल करने के बाद युवराज ने न केवल अंतर्राष्‍ट्रीय क्रिकेट में वापसी की, बल्कि यंग एंटरप्रेन्‍योर्स को सपोर्ट करने की मुहिम शुरू की। इसके लिए उन्‍होंने यूवीकैन (YouWeCan) वेंचर्स नाम से एक कंपनी की शुरुआत की है। आज हम आपको बताएंगे कि यह कंपनी किस तरह आपके स्‍टार्ट-अप की मदद कर सकती है।

जानें, युवराज ने कब की शुरुआत
कैंसर बीमारी पर जीत हासिल करने के बाद जब युवराज सिंह ने अपने जीवन की दूसरी पारी की शुरुआत की तो उन्‍होंने उन युवा एंटरप्रेन्‍योर्स को सपोर्ट करने की ठानी, जिनके पास आइडिया है, जज्‍बा है, लेकिन पैसे या अन्‍य सपोर्ट न होने के कारण वे एक बड़ा ब्रांड बनने का सपना पूरा नहीं कर पाते। उन्‍होंने अपने बिजनेस एडवाइजर निशांत सिंघल से बात की और 2014 में सिंघल के साथ मिलकर यूवीकैन वेंचर्स नाम से कंपनी की शुरुआत की।

जानें, क्‍या करती है युवराज की कंपनी
अगर आपके पास कोई आइडिया है और आप उसे पंख देना चाहते हैं तो युवराज सिंह आपका साथ दे सकते हैं। वह आपको ब्रांड, मार्केटिंग स्‍ट्रेंथ, टैक्‍नोलॉजी टीम के साथ फाइनेंशियल कंसलटिंग दे सकते हैं। युवराज आपके बिजनेस आइडिया को इंडोर्स करेंगे और उसे स्‍टार्ट करने में सहयोग देंगे। युवराज ग्‍लोबल ब्रांड पूमा, रिबॉक, हीरो मोटर्स जैसे एसोसिएट्स हैं और आपके स्‍टार्ट-अप में युवराज के ये एसोसिएट्स भी पैसा लगा सकते हैं।

क्‍या मिलेगा आपको सपोर्ट
यूवीकैन द्वारा स्‍टार्ट-अप्स को इस तरह से सपोर्ट किया जाता है।
  • सीड कैपिटल
  • टैक्‍नोलॉजी एडवाइजरी
  • फाइनेंशियल एडवाइजरी
  • ब्रांडिंग, मार्केटिंग एवं पीआर

कैसे करें अप्‍लाई
अगर आप अपने बिजनेस आइडिया को स्‍टार्ट-अप में तब्‍दील करना चाहते हैं तो आप अपना प्रपोजल proposal@youwecanventures.com पर भेज सकते हैं। युवराज और उनकी टीम आपके प्रपोजल की पड़ताल करेंगे ओर आइडिया अच्‍छा होने पर आपको इंटरव्यू के लिए बुलाया जाएगा।

Thursday 19 January 2017

मोदी सरकार की नई योजना: बेनाम संपत्तियों की नीलामी कर, गरीबो को देगी ये सुविधा

नई दिल्ली:   गरीब और निम्न मध्यमवर्गीय लोगों को सस्ते घर मुहैया कराने के लिए मोदी सरकार 'बेनामी' संपत्तियों की नीलामी कर सकती है। सचिवों के समूह ने केंद्र सरकार को सौंपी अपनी सिफारिशों में यह सुझाव दिया है। बेनामी संपत्तियों को बेचने की सलाह सरकार को ऐसे वक्त पर दी गई है, जब वह काले धन के खिलाफ कदम उठाने में जुटी है।इसके अतिरक्त  मार्च, 2018 तक देश में जन औषधि केंद्रों की संख्या 10 गुना तक बढ़ाने और जेनेरिक दवाएं न लिखने वाले डॉक्टरों पर पेनल्टी लगाने जैसे सुझाव भी दिए गए हैं।
केंद्र की और से की गई सिफारिश में  कहा गया है कि यह खुला तथ्य है कि ब्लैक मनी का बड़ा हिस्सा बेनामी प्रॉपर्टीज की खरीद में निवेश किया जाता है। ऐसी संपत्तियों को बेचकर हासिल की गई राशि को अफोर्डेबल हाउसिंग स्कीम में खर्च किया जा सकता है। इससे गरीबों के लिए घर की कीमत कम की जा सकेगी।हेल्थ, सेनिटेशन ऐंड अर्बन डिवेलपमेंट से जुड़े समूह ने सरकार को सुझाव दिया था  कि लोगों को सस्ती दवाएं उपलब्ध कराने के लिए जन औषधि स्टोर्स की संख्या को 683 से बढ़ाकर 6,000 तक किया जाना चाहिए।ग्रुप ऑफ सेक्रटरीज ने अपनी सिफारिश में कहा कि 90 फीसदी ब्रैंडेड दवाएं जेनेरिक दवाइयों के मुकाबले 5 गुना तक महंगी मिलती हैं।  यही नहीं जून तक ई-फार्मेसी पॉलिसी तैयार करने का भी सुझाव दिया गया है।
बुधवार को केमिकल ऐंड फर्टिलाइजर्स मिनिस्टर अनंत कुमार ने ऐलान किया कि सरकार ने देश के हर ब्लॉक और ग्राम पंचायत में जन औषधि केंद्र खोलने का फैसला किया है। इसके अतिरिक्त प्रति टन 1,500 रुपये मार्केट डिवेलपमेंट असिस्टेंस भी मुहैया कराई जाएगी।सचिवों के समूह की कुछ सिफारिशों पर सरकार ने काम भी शुरू कर दिया है। जैसे, उर्वरक मंत्रालय ने शहरी विकास मंत्रालय के साथ मिलकर सिटी कंपोस्ट के लिए ऑपरेशनल गाइडलाइंस जारी की हैं। इनमें नगर निकायों को सीधे तौर पर किसानों को खाद बेचने की अनुमति दी गई है। 

Wednesday 18 January 2017

जम्मू-कश्मीर: सुरक्षाकर्मियों को फिर मिली बडी सफलता

श्रीनगर। जम्मू कश्मीर में सुरक्षाकर्मियों के साथ मुठभेड़ में लश्कर-ए-तैय्यबा के एक आतंकी के मारे जाने की खबर है।  बताया जा रहा है कि ये मुठभेड़ बांदीपोरा ज़िले में हुई है।
मिली जानकारी के मुताबिक़ सुरक्षाकर्मियों को क्षेत्र में आतंकियों के छिपे होने की खुफिया जानकारी मिली थी।  इसके बाद क्षेत्र को घेरकर तलाशी अभियान शुरू हुआ था।
इस बीच आतंकियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच हुई मुठभेड़ में एक आतंकी मारा गया है।  सामने आया है कि आतंकी लश्कर-ए-तैय्यबा का सदस्य है।

आमिर खान के साथ 'हिंदोस्तान' को ठगेंगी करीना कपूर!

पिछले साल दिसंबर में तैमूर अली ख़ान के जन्म के बाद करीना कपूर 2017 की सबसे बड़ी ख़बर देने वाली हैं। बॉलीवुड में चर्चा गर्म है कि बेबो आमिर ख़ान के साथ एक बार फिर काम कर सकती हैं और ये फ़िल्म है 'ठग्स ऑफ हिंदोस्तान'।
विजय कृष्ण आचार्य के निर्देशन में बन रही इस फ़िल्म की लीड स्टार कास्ट में आमिर ख़ान और अमिताभ बच्चन हैं। लेकिन अभी लीडिंग लेडी फ़ाइनल नहीं हुई है। ख़बरों में कई नाम तैर रहे हैं, मगर अब कहा जा रहा है कि करीना इस रोल को पाने के बेहद क़रीब हैं। सूत्र बताते हैं कि करीना से ज़ोर-शोर से बात चल रही है और उन्हें इस प्रोजेक्ट में शामिल करने के लिए पूरी कोशिश की जा रही है। 'ठग्स ऑफ़ हिंदोस्तान' पीरियड फ़िल्म है, जिसमें आमिर के साथ पहली बार अमिताभ बच्चन स्क्रीन स्पेस शेयर कर रहे हैं।
अगर करीना इस फ़िल्म के लिए हां बोल देती हैं तो आमिर के साथ उनकी ये तीसरी फ़िल्म होगी। करीना और आमिर पहली बार '3 ईडियट्स' में साथ आए थे। इसके बाद दोनों 'तलाश' में भी साथ दिखाई दिए। हालांकि उस फ़िल्म में करीना आमिर की लीडिंग लेडी नहीं थीं।
वहीं 'ठग्स ऑफ़ हिंदोस्तान' के डायरेक्टर विजय कृष्ण आचार्य के साथ करीना 'टशन' में काम कर चुकी हैं। इस फ़िल्म के लिए बेबो ने साइज़ ज़ीरो बनाकर सनसनी मचा दी थी। करीना फरवरी में एक फ़ैशन शो में शो-स्टॉपर बनकर काम पर लौट रही हैं। उनके पास फिलहाल 'वीरे दी वेडिंग' है, जिसमें करीना सोनम कपूर के साथ लीड रोल में नज़र आएंगी।
फ़िल्म के लिए आमिर ख़ान ने तैयारियां भी शुरू कर दी हैं। 'दंगल' की शूटिंग ख़त्म होने के साथ ही आमिर ने इस फ़िल्म के लिए लुक टेस्ट शुरू कर दिए थे। एक लुक 'दंगल' की प्रमोशनल इवेंट्स में भी दिखाई दिया था।

मोदी सरकार अब आपको देगी ये बडा फायदा!!!

नई दिल्ली : नोटबंदी के बाद सरकार के पास बड़ी तादाद में कैश आया है, जिसको ध्यान में रखते हुए सरकार बजट में आम जनता को कुछ राहत दे सकती है। सूत्रों के अनुसार, आरएसएस को भारतीय मजदूर संघ ने कुछ मांगे दी है, जो बजट में दिखाई दे सकती है।
भारतीय मजदूर संघ ने इनकम टैक्स स्लैब को 5 लाख रुपये करने की मांग की है। इसी के साथ उनका कहना है कि सरकार को लेबर और सोशल ग्रुप के बारे में बजट में कुछ बड़े ऐलान करने चाहिए।
उम्मीद की जा रही है वित्त मंत्री अरुण जेटली इस बार के बजट में मध्यवर्गीयों को लाभ दे सकते हैं। इस संबंध में पहले भी रिपोर्ट्स भी चुकी है, जिनमें कहा गया है कि मोदी सरकार इस टैक्स छूट के नियम, टैक्स स्लैब में परिवर्तन कर सकती है।
आइए जानते हैं कि उन 5 चीजों के बारे में जिनकी घोषणा इस बजट में मिडिल क्लास को ध्यान में रखकर हो सकती है।
1 कर योग्य आय की सीमा में वृद्धि
वर्तमान में ढाई लाख तक की इनकम को कोई टैक्स नहीं देना होता है। अगर इस बार यह लिमिट बढ़ाई जाती है तो इसका फायदा कम आय वाले टैक्स दाताओं को हो सकता है, जिसमें मिडिल क्लास भी शामिल है।

2 टैक्स स्लैब का पुनर्गठन
टैक्स स्लैब का पुनर्गठन शहरी मध्यम वर्ग के लिए एक बड़ा मरहम साबित होगा। वर्तमान में 2.50 से 5 लाख तक की आमदानी पर 10 प्रतिशत, 5 से 10 लाख पर 20 प्रतिशत और 10 लाख से ऊपर की आय पर 30 पर्सेंट टैक्स लगता है। पहले के दो टैक्स स्लैब का दायरा बढ़ाने या रेट को कम करने की जरुरत है।

3 भत्ते पर छूट की सीमा बढ़ाई जाए
सैलरी पाने वालों कर्मचारियों के लिए नियोक्ता की ओर से कुछ भत्तों में टैक्स छूट दी जाती है। इनमें चिल्ड्रेन एजुकेशन, यात्रा भत्ता, चिकित्सीय अदायगी, हाउस रेंट और लीव ट्रैवल शामिल है। पिछले काफी समय से भत्तों की सीमा फिक्स है और मुद्रास्फीति को देखते हुए इसमें संशोधन की जरुरत है।

4 धारा 80 सी के तहत कटौती बढ़ाएं
वर्तमान में इनकम टैक्स की धारा 80C के तहत 1,50,000 से 3 लाख तक कटौती की जा सकती है। अगर वित्त मंत्री अरुण जेटली इस सीमा को बढ़ाते है तो घरेलू बचत में बढ़ोत्तरी होगी क्योंकि इसका निवेश किया जाएगा।

5 वरिष्ठ नागरिकों के लिए छूट की सीमा में परिवर्तन
वर्तमान में सीनियर सिटीजन जिनकी उम्र 60 से 80 के बीच है उनको तीन लाख रुपए तक की आय पर और 80 साल की उम्र से अधिक वालों को 5 लाख तक की आय पर कोई टैक्स नहीं देना होता है। इस लिमिट को बढ़ाकर क्रमश: 4 लाख और 650,000 लाख की जा सकती है।

Tuesday 17 January 2017

विराट कोहली के साथ बिजनेस करने का मौका, हर महीने होगी लाखों में इनकम

नई दिल्‍ली। अगर आप नया बिजनेस शुरू करने की सोच रहे हैं तो आपके पास बेहतरीन मौका है। मौका है करोड़ों लोगों के दिलों पर राज करने वाले यूथ आइकन के साथ बिजनेस पार्टनर बनने का। यह यूथ आइकन कोई और नहीं, इंडियन क्रिकेट टीम के कप्तान विराट कोहली हैं। आप भी कोहली के साथ अपना नया बिजनेस स्टार्ट कर सकते हैं।

विराट कोहली देश भर में अपने जिम और फिटनेस सेंटर का विस्तार करना चाहते हैं। इसके तहत चिशेल ब्रांड नाम से 75 सेंटर्स खोलने के लिए फ्रेंचाइजी दी जा रही है। आप किसी भी राज्य के रहने वाले हैं, इसकी फ्रेंचाइजी लेकर विराट काहेली के साथ बिजनेस पार्टनर बन सकते हैं।

किन शहरों में खुल सकता है सेंटर
विराट कोहली की जिम और फिटनेस सेंटर की फ्रेंचाइजी लेने के लिए आपके पास एक स्टोर के बराबर स्पेस होनी चाहिए। यह स्टोर मार्केट या रेजिडेंशियल एरिया दोनों ही जगह खोला जा सकता है। अमूमन स्टोर का साइज इतना होना चाहिए कि उसमें एक जिम या फिटनेस सेंटर खुल सके। अमूमन इसके लिए 4000 से 5000 वर्गफुट जगह होनी चाहिए।
यह स्टोर दिल्ली, मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, बेंगलुरू जैसे बड़े शहरों के साथ जयपुर, इंदौर, लखनऊ, भोपाल जैसे शहरों में भी खोला जा सकता है।

कितनी होगी फ्रेेंचाइजी फीस
विराट के चिशेल ब्रांड नाम से जिम और फिटनेस सेंटर खोलने के लिए फ्रेंचाइजी और ब्रांड फीस देनी होगी। यह फीस अलग-अलग शहर के हिसाब से 20 से 30 लाख रुपए हो सकती है। इसके लिए किसी तरह की रॉयल्टी या कमिशन नहीं देना होगा।

कितनी होगी कमाई
जिम की मेंबरशिप फीस एक महीने की 3000 रुपए होगी। अनुमान लगाया गया है कि एक जिम को कम से कम 500 से 600 मेंबर ज्‍वॉइन करेंगे, यानी कि लगभग 18 लाख रुपए मंथली इनकम होगी। इसके अलावा फूड सेंटर, स्वीमिंग पूल, योगा, इनडिविजुअल हेल्थ ट्रेंनिंग जैसी एक्टिविटी से अलग से कमाई होगी। यानी फ्रेंचाइजी पर किया खर्च 1.5 साल में निकल जाएगा।

कैसे करें अप्लाई
इसके लिए आपको फ्रेंचाइजी इंडिया की वेबसाइट www.franchiseindia.com पर जाना होगा। इस पर आपको Chisel (शिशेल) फ्रेंचाइजी अपॉर्च्युनिटी पर क्लिक करना होगा। जो पेज खुलेगा, उस पर आपको आवेदन करने के लिए एक अलग से लिंक मिल जाएगा।
लिंक में आपको अपने नाम के साथ एड्रेस, मोबाइल नंबर, सिटी, स्टेट के साथ ई-मेल डालना होगा। इसके बाद आपको अप्लाई करना होगा।

ये होंगी सुविधाएं
-जिम में वर्ल्ड क्लास जिम इक्विपमेंट होंगे।-जिम में एक कैफे होगा, जिसमें हेल्थ फूड भी मिलेगा।-ट्रेनिंग के दौरान डायटीशियन खाने-पीने की टिप्स देंगे।-स्वीमिंग और वाटर एरोबिक्स सेंटर भी होगा।-फिजियोथेरेपी की भी सुविधा होगी।-जिम में ग्रुप और पर्सनल ट्रेनिंग सेशन दोनों की सुविधा होगी।-वेट लॉस ट्रेनिंग जरूरी होगा।

कोहली के पहले महेंद्र सिंंह धोनी भी जिम स्पोर्ट्स चेन के बिजनेस में उतर चुके हैं। धोनी ने रिति स्पोर्ट्स मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के साथ मिलकर 2012 रिति एमएसडी आलमोड प्राइवेट लिमिटेड नाम से कंपनी शुरू की। इस कंपनी में धोनी की 65 फीसदी हिस्सेदारी हैं।

शिशेल ब्रांड नाम से जिम व फिटनेस सेंटर खोलने के लिए कम से कम 1 करोड़ रुपए का इन्वेस्ट करना होगा। वेबसाइट पर दी गई जानकारी के अनुसार अगर आप यूनिट फ्रेंचाइजी शुरू करते हैं तो इसके लिए पे-बैक पीरियड 1.5 साल हो सकता है।